हरियाणा के जिले करनाल की विजिलेंस ने भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने के लिए बिसात बिछा रखी है। बस एक शिकायत और भ्रष्टाचारी जेल के अंदर। CM सिटी में रिश्वतखोर DTP, तहसीलदारों व कर्मचारियों को रंगे हाथों पकडऩे के बाद अब पंचायती राज विभाग का जुनियर इंजीनियर यानी जेई विजिलेंस के हत्थे चढ़ गया है। विजिलेंस की टीम ने जेई को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपी JE आनंद प्रकाश (53 वर्ष) वासी रोहतक जिला के निदाना गांव का रहने वाला है और करनाल के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में JE के पद पर तैनात है।
विजिलेंस की माने तो शिकायतकर्ता नरेश कुमार एक ठेकेदार है। आरोपी JE आनंद प्रकाश ठेकेदार नरेश कुमार से निर्माण कार्य के बिल पास करने की एवज में 15 हजार रुपए की डिमांड कर रहा था। जिसकी शिकायत नरेश ने विजिलेंस टीम को की। जिसके बाद विजिलेंस की टीम ने अपने हिसाब से नोट तैयार किए और उन सभी नोटों के नंबर नोट किए। जिसके बाद उन्होंने नरेश कुमार को नोटों का पैकेट दिया ताकि जब जेई को यह पैकेट मिले तो विजिलेंस की टीम उसे रंगे हाथो पकड़ सके। इसके बाद नरेश कुमार आरोपी JE की बताई हुई जगह पर पहुंचा, जहां पर उसने जेई को 15 हजार की नकदी थी और तुरंत ही विजिलेंस की टीम ने आरोपी JE को काबू कर लिया। विजिलेंस की टीम ने आरोपी JE के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
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कल किया जाएगा अदालत में पेशविजिलेंस इंस्पेक्टर सचिन कुमार ने बताया कि अब आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि खुलासा हो सके कि भ्रष्टाचार के इस मामले में सिर्फ JE ही शामिल है या फिर कोई बड़ा अधिकारी भी लिप्त है। भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ विजिलेंस की टीम कड़ा एक्शन ले रही है।