नीचे लगी यह तस्वीर देखिए। बोर्ड पर ‘जय भीम-जय भारत’ के स्लोगन के साथ डॉ. भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर दिख रही। ऊपर लहराता हुआ तिरंगा नजर आ रहा। कुछ भी ऐसा नहीं, जो अजीब हो या फिर गलत हो। लेकिन जिस जगह पर लगाया गया है, वह जगह विवादित है। विवादित भी इतनी कि अब एक दलित छात्र की हत्या की वजह बन गई है। हत्या का आरोप पुलिस पर है। जांच भी पुलिस ही कर रही है।
आज की संडे बिग स्टोरी इसी बोर्ड के इर्द-गिर्द गुजरती है। ये कहानी बोर्ड लगाने से पहले और लगाने के बाद हुए विवाद की है। गांव में वोट की राजनीति। जातीय संघर्ष। मंत्री की मध्यस्थता। एसडीएम का बुलडोजर। फायरिंग का आदेश। बेटे को खो चुकी मां की पीड़ा। कुल मिलाकर पूरी कहानी। आइए शुरू से शुरू करते हैं…
डेढ़ बीघा जमीन, जहां सिर्फ गोबर फेंका जाता था रामपुर जिला
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