23 सितंबर को मोबाइल इंटरनेट से बैन हटने के बाद दो स्टूडेंट्स के शवों की फोटो सामने आई थी। इसके बाद मणिपुर में फिर से हिंसा होने लगी।
मणिपुर में दो स्टूडेंट्स की हत्या मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने पांचवें आरोपी को गिरफ्तार किया है। CBI ने महाराष्ट्र के पुणे से 22 साल के पाओलुनमांग को पकड़ा है। CBI दो स्टूडेंट्स की हत्या के पीछे पाओलुनमांग को मास्टरमाइंट मान रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाओलुनमांग को 11 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया, जिसकी खबर अब सामने आई है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को गुवाहाटी के विशेष अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे 16 अक्टूबर तक CBI हिरासत में भेज गया है।
इस मामले में 1 अक्टूबर को CBI ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें दो पुरुष- पाओमिनलुन हाओकिप, एस. मालस्वान हाओकिप और दो महिलाएं- लिंग्नेइचोन बैतेकुकी और टिननेइलिंग हेन्थांग शामिल हैं।
23 सितंबर को वायरल हुई थी स्टूडेंट्स की तस्वीर
23 सितंबर को मोबाइल इंटरनेट से बैन हटने के बाद दो स्टूडेंट्स के शवों की फोटो सामने आई थी। ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। फोटो में दोनों की बॉडी जमीन पर पड़ी हुई नजर आ रही है। साथ ही लड़के का सिर कटा हुआ है। हालांकि दोनों स्टूडेंट्य के शव अभी तक नहीं मिले हैं। दोनों स्टूडेंट्स आखिरी बार जुलाई में एक दुकान में लगे CCTV कैमरे में दिखाई दिए थे।
सोशल मीडिया पर ये दो तस्वीरें वायरल हो रहीं…
पहली तस्वीर- इसमें दो स्टूडेंट्स 17 साल की हिजाम लिनथोइंगंबी और 20 साल का फिजाम हेमजीत बैठे हुए नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर में छात्रा एक सफेद टी-शर्ट में है, जबकि हेमजीत चेक शर्ट में है और बैकपैक पकड़े हुए है। उनके पीछे दो बंदूकधारी भी नजर आ रहे हैं।
दूसरी तस्वीर: इस तस्वीर में दोनों स्टूडेंट्स के शव झाड़ियों के बीच पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि यह तस्वीर मणिपुर के किस इलाके की है। पुलिस और जांच एजेंसी शव ढूंढने की कोशिश कर रही हैं।
पीड़ित की चाची बोलीं- अंतिम संस्कार के लिए बच्चों की बॉडी दे दो
दोनों स्टूडेंट्स की हत्या के बाद मणिपुर में फिर से हिंसा भड़क उठी। 28 सितंबर को इंफाल वेस्ट जिले के टेरा में हजारों लोग पीड़ित के घर के पास इकट्ठा हुए थे। उनकी जुलाई से लापता स्टूडेंट्स की तलाश करने और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की थी।
वहीं, मृत लड़की की चाची ने दैनिक भास्कर से कहा था कि उन्हें सिर्फ बच्चों की बॉडी चाहिए ताकि वे उनका अंतिम संस्कार कर सकें। उन्होंने कहा कि हम किसी भी बात पर समझौता नहीं करेंगे, यहां तक कि जब तक शव उन्हें नहीं दिया जाता, तब तक आर्थिक मुआवजा भी स्वीकार नहीं किया जाएगा।
19 जुलाई को महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो वायरल हुआ था
यह फोटो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने के वीडियो से ही ली गई है। हमने महिलाओं वाले हिस्से को नहीं लगाया। यह हुजूम आरोपियों का है।
इससे पहले 4 मई को मणिपुर के थोउबाल जिले में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना हुई थी। इसका वीडियो 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में देखा गया कि कुछ लोग दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके ले गए और उनसे अश्लील हरकतें कीं।
एक पीड़ित महिला के पति ने बताया- ‘हजार लोगों की भीड़ ने गांव पर हमला किया था। मैं भीड़ से अपनी पत्नी और गांव वालों को नहीं बचा पाया। पुलिसवालों ने भी हमें सुरक्षा नहीं दी। भीड़ तीन घंटे तक दरिंदगी करती रही। मेरी पत्नी ने किसी तरह एक गांव में पनाह ली।’
वहीं, वीडियो में दिख रही दूसरी महिला की मां ने कहा- ‘अब हम कभी अपने गांव नहीं लौटेंगे। वहां मेरे छोटे लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी गई, मेरी बेटी को शर्मिंदा किया गया। अब मेरे लिए सब कुछ खत्म हो चुका है।’
अब तक 180 से ज्यादा मौते, 1100 लोग घायल
मणिपुर में 3 मई से शुरू हुई जातीय हिंसा 5 महीने से चल रही है। राज्य में अब तक 180 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इतना ही नहीं 5172 आगजनी के केस सामने आए, जिनमें 4786 घरों और 386 धार्मिक स्थलों को जलाने और तोड़फोड़ करने की घटनाएं शामिल हैं।
ये तस्वीरें मणिपुर में अलग-अलग घटनाओं से जुड़ी हैं। राज्य में पिछले चार महीनों से हिंसा जारी है।
हिंसा के बाद 65 हजार से ज्यादा लोगों ने घर छोड़ा
मणिपुर में अब तक 65 हजार से अधिक लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। राज्य में 36 हजार सुरक्षाकर्मी और 40 IPS तैनात किए गए हैं। पहाड़ी और घाटी दोनों जिलों में कुल 129 चौकियां स्थापित की गईं हैं।