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टेबलेट के माध्यम से मिला क्लास रूम, अब बच्चे जुड सकेंगे पूरी दुनिया से: डीसी मनोज कुमार
एस• के• मित्तल
जींद, सूचना की क्रान्ति के युग में अब सरकारी स्कूल के छात्र भी पीछे नहीं रहेंगे। सरकारी स्कूलों के छात्रों को मिलने वाले टैबलेट के प्रयोग से उनकी पढ़ाई आसन हो सकेगी। साथ ही छात्र टैबलेट के माध्यम से अन्य शैक्षिक ज्ञान भी ले सकेंगे।
जींद, सूचना की क्रान्ति के युग में अब सरकारी स्कूल के छात्र भी पीछे नहीं रहेंगे। सरकारी स्कूलों के छात्रों को मिलने वाले टैबलेट के प्रयोग से उनकी पढ़ाई आसन हो सकेगी। साथ ही छात्र टैबलेट के माध्यम से अन्य शैक्षिक ज्ञान भी ले सकेंगे।
यह बात वीरवार को उपायुक्त डॉ मनोज कुमार ने जींद के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आयोजित जिला स्तरीय टेबलेट वितरण समारोह में क ही। इस मौके पर जींद के विधायक डॉ कृष्णलाल मिढा के प्रतिनिधि तौर पर पंहुचे राजन चिल्लाना भी उपस्थित रहे। डॉ मनोज कुमार ने कहा कि आज रोहतक में माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा राज्य के सरकारी स्कूलों में 10 वीं व 12 वीं कक्षा में पढने वाले लगभग 5 लाख छात्र-छात्राओं को टेबलेट वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है । इस मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा ई-अधिगम एडवांस डिजिटल हरियाणा इनिशिएटिव ऑफ गवर्नमेंट विद अडाप्टिव मॉड्यूलस को लांच भी किया।
2022 Audi A8 L लग्जरी सेडान की बुकिंग आज से शुरू, रिक्लाइनर और फुट मसाजर जैसे बेहतरीन फीचर्स से होगी लैस इसी कडी में जींद में भी इस टेबलेट वितरण कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। उपायुक्त ने राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जींद की 10 वीं कक्षा की 98, बाहरवीं कक्षा की 344 छात्राएं तथा 21 अध्यापको को कुल 463 टेबलेट देकर जिला में इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि आज लगभग सभी शिक्षण संस्थानों में तकनीक का उपयोग किया जाने लगा है। पहली कक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक हर स्तर पर तकनीक का बोलबाला है। प्रतियोगिता के इस युग में तकनीक के बिना कामयाबी के बारे में नहीं सोचा जा सकता है। अब हर कक्षा और कोर्स से संबंधित पूरी पढ़ाई का ब्यौरा इंटरनेट पर उपलब्ध है।
जहां चाहें वहां से किसी भी विषय को लेकर ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है। ऐसे में कई बार हमारे सरकारी स्कूलों के छात्र पीछे रहते नजर आते थे। लेकिन अब उन्हें भी तकनीकी ज्ञान के मामले में आगे बढऩे का मौका मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि टैबलेट मिलने से न केवल छात्रों को शिक्षा के माध्यम से अपना भविष्य संवारने का मौका मिलेगा बल्कि उन्हें शिक्षा जगत में हो रहे परिवर्तनों की जानकारी भी मिलेगी। किसी भी प्रतियोगिता के लिए नई एवं तकनीकी जानकारी बहुत जरूरी है।
कई मामलों में सरकारी स्कूलों के छात्र केवल इसलिए पीछे रह जाते हैं कि उन्हें उस विषय की पूरी जानकारी नहीं होती और उसका कारण तकनीक की कमी है। अब यह कमी सरकारी स्कूलों के छात्रों के सामने नहीं आएगी। छात्रों को मिलने वाले टैबलेट में प्रतिदिन के लिए 2 जीबी इंटरनेट मिलेगा और टैबलेट में सभी प्रकार की शैक्षिक जानकारी भी होगी। उन्होंने टेबलेट की खूबियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि टैबलेट सैमसंग ए 7 लाइट टी 225 मॉडल जिसका आकार 8.7 इंच है। जिसमें इंटरनेट फ्री 2 जीबी प्रतिदिन डेटा इंटरनेट कम्पनियों द्वारा दिया गया है। इस टैबलेट में पीएएल सॉफ्टवेयर की भी सुविधा होगी, 2 जीबी डेटा विद्यार्थियों को फ्री दिया जाएगा, इंटरनेट डेटा पर पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में अधिकतर विद्यार्थी निम्न मध्यम परिवारों से आते हैं।
जिनके घरों में डिजिटल संसाधनों की कमी हो सकती है जो इस कारण से पिछड़ जाते थे। अब परीक्षा परिणाम में न केवल पास प्रतिशत बढ़ेगा बल्कि प्राप्त अंकों का प्रतिशत भी बढेगा। कार्यक्रम से पूर्व उपायुक्त ने छात्राओं द्वारा विभिन्न विषयों पर बनाई गई प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इस समारोह में मुख्यमंत्री के हिसार मंडल के मीडिया कॉडिनेटर अशोक छाबडा,एसीयूटी दीपक कारवां, शिक्षा विभाग की संयुक्त निदेशक वंदना गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी मदन लाल चौपडा,डीईईओ सदानंद वत्स व स्कूल स्टाफ के अलावा छात्राए मौजूद रही।
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