एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों की बेटी उपमा कश्यप का केंद्रीय सचिवालय में सेक्शन ऑफिसर के पद पर चयन हुआ है। उसकी इस उपलब्धि पर कश्यप परिवार एवं समूचे सफीदों क्षेत्र में जश्र का माहौल है। वार्ड नंबर 17 स्थित उपमा कश्यप के पिता लैक्चरर कृष्ण कश्यप के निवास पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर पिता कृष्ण कश्यप व माता अंतुबाला बेहद खुश है।
पिता कृष्ण कश्यप व अंतुबाला कश्यप ने कहा कि बेटियां ही देश, समाज व परिवार का मान होती हैं और शिक्षा के माध्यम से बेहतरीन समाज की परिकल्पना की जा सकती है। इसी को ध्यान में रखकर उन्होंने अपनी बेटी उपमा की इच्छा के अनुरूप शिक्षा दिलवाई ताकि वह कुछ बनकर समाज की सेवा कर सके। उपमा ने उनके सपनों को साकार करने का काम किया है। वहीं नवचयनित उपमा कश्यप ने अपनी उपलब्धि का सारा श्रेय अपने बड़े-बुजुर्गों, माता-पिता, गुरूजनों व संपूर्ण सफीदों को दिया है। उसे मान है कि ऐतिहासिक एवं धार्मिक नगरी सफीदों की धरती पर उसने यह मुकाम हासिल किया है। उपमा ने संवाददाता से बातचीत में बताया कि उसने स्नातक की परीक्षा पास करने के बाद से ही मन बना लिया था कि वह सरकारी सेवाओं में जाएगी। इस दौरान उसे परिवार का भरपूर सहयोग मिला।
अटल विश्वास व सकारात्मक सोच के अनुसार चलते हुए उसने पहले ही प्रयास में एसएससी सीएलजी की परीक्षा व साक्षात्कार को पास किया। परिवार के सहयोग, मेहनत और लोगों की दुआओं के बल पर उसने यह मुकाम हासिल किया है। उपमा ने कहा कि वह अपने पद पर रहते हुए पूरी ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा से काम करेंगी। उन्होंने युवाओं को दिए अपने संदेश में कहा कि वे सदैव सकारात्मक सोच रखे और जो उनके मन में मिशन है उसमें सफल होने के लिए पूरी मेहनत करें क्योंकि मेहनत ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने लड़कियों से कहा कि वे घर की दहलीज से बाहर निकलकर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में हाथ आजमाएं। समाज का कोई भी क्षेत्र आज महिलाओं से अछूता नहीं हैं तथा पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं।
इसी मौके पर राष्टीय जन उद्योग व्यापार संगठन के युवा अध्यक्ष अमन जैन व भाजपा बैकवर्ड मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष सुभाष कश्यप ने अपने साथियों सहित उपमा कश्यप के निवास पर पहुंचकर उपमा व पूरे परिवार को फूलों का गुलदस्ता भेंट कर शुभकामनाएं दी व बिटिया के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस मौके पर सुरेंद्र कुमार, महावीर कुमार व सत्यनारायण भी विशेष रूप से मौजूद थे।