एस• के• मित्तल
सफीदों, श्री सालासर सेवा समिति ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने शहीदी दिवस पर शहीदों को सेल्यूट करके उन्हे अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर देश के वीर सपूत शहीद-ए-आजम भगत सिंह की तस्वीर के समक्ष पुष्प अर्पित किए एवं शहीदों की याद में पौधारोपण किया। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष सूरज कुमार, अंकित मेहता, अक्षय अदलखा, ऋषभ शर्मा, रजत अरोड़ा, चिराग नंदवानी, प्रिंस वर्मा, राहुल सैनी, शुभम सैनी व माधव भाटिया मौजूद थे।
अपने संबोधन में समिति के अध्यक्ष सूरज कुमार ने कहा कि जब अंग्रेजों के अत्याचारों से त्रस्त हमारे देश में चारों ओर हाहाकार मची हुई थी तो ऐसे में इस वीर भूमि ने अनेक वीर सपूत पैदा किए, जिन्होंने अंग्रेजों की दासता से मुक्ति दिलाने की खातिर अनेकों संघर्षपूर्ण प्रयत्न करते हुए हंसते-हंसते देश की खातिर प्राण न्यौछावर कर दिए। शहीदों ने अपने प्रगतिशील और क्रांतिकारी विचारों से भारत के नौजवानों में स्वतंत्रता के प्रति ऐसी दीवानगी पैदा कर दी कि अंग्रेज सरकार को देश छोड़कर भागना पड़ा।
ट्रस्ट के महासचिव अक्षय अदलखा ने कहा कि देश के वीर सपूत भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव ने ब्रिटिश सरकार की नाक में इतना दम कर दिया था जिसके परिणामस्वरूप उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 24 मार्च 1931 को तीनों को एक साथ फांसी देने की सजा सुना दी गई। कोषाध्यक्ष ऋषभ शर्मा ने कहा कि शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु इन तीनों की शहादत को पूरा संसार सम्मान की नजर से देखता है।