क्वाटरों में छिपे साही जानवर का दृश्य।
हरियाणा के जिले करनाल की नहर कॉलोनी में साही या सेह या पॉर्क्यूपाइन जानवर के आने से दहशत का माहौल बना हुआ है। आलम यह है कि शाम के समय लोग अपने घरों के बाहर भी निकलने से डरने लगे हैं। साही के नाम से जाने जाने वाले इस जानवर के शरीर पर कांटे लगे हुए होते हैं, जो जरा सा भी खतरा होने पर अपने कांटो को छोड़ देता है और किसी को भी घायल कर सकता है। करीब 2 माह पहले भी साही के कांटे एक बुजुर्ग को लगे थे, जिसकी वजह से वह अस्पताल में भी भर्ती रहा और आज तक भी लंगड़ा कर चल रहा है।
खंडहर पड़े क्वाटरों का दृश्य।
स्थानीय लोगों की मानें तो करीब 10 से 12 साही जानवर यहां पर घूम रहे हैं। इतना ही नहीं स्थानीय लोगों ने इस जानवर का वीडियो भी बनाया है। खंडहर हो चुके क्वार्टरों में यह जानवर देखा गया है। बताया जाता है कि कुछ लोग इस को पकड़ने के लिए भी आए थे, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी और खाली हाथ ही लौट गए।
साही जानवर के द्वारा छोड़े गए कांटों का दृश्य।
वन विभाग की ढीली कार्रवाई के कारण लोग हो रहे परेशान
वन विभाग की तरफ से ढीली कार्रवाई के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह खतरनाक जानवर शेर जैसे जानवर से भी निपटने में माहिर बताए जाते हैं। क्योंकि इनके शरीर पर जो कांटे है वह इनका सबसे बड़ा हथियार है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई महीनों से यहां पर यह जानवर घूम रहे हैं। लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है, लेकिन ना तो कोई उनकी सुध लेने वाला है और ना ही कोई इन जानवरों को पकड़ने वाला है।
साही जानवर की दहशत में करनाल के लोग: नहर कॉलोनी में घुम रहे कई साही जानवर, कई लोग कर चुके घायल
जानवार द्वारा बनाए गए बिल का दृश्य।
बच्चे भी शाम को नहीं निकल रहे घर से बाहर
बच्चों से इस बारे में जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह शाम के समय कॉलोनी में खेल लेते थे, लेकिन जब से साही जानवर की दस्तक इस कॉलोनी में हुई है तो वह शाम के समय घरों से बाहर निकलने से भी डरते हैं क्योंकि यह जानवर शाम के समय ही ज्यादा एक्टिव होते हैं, क्योंकि देखने में यह जानवर किसी कुत्तिया के आकार का दिखाई देता है, लेकिन जब कोई इसके नजदीक जाता है या फिर इस को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है तो यह अपने शरीर पर लगे नुकीले रिलीज कर देता है, जिससे हमलावर के शरीर में नुकीले और कई इंच लंबे कांटे घुस जाते है और हमलावर गम्भीर रूप से घायल हो जाता है।
जानवरों द्वारा बनाए गए बिलों का दृश्य।
प्रशासन से लगाई गुहार
ऐसे में स्थानीय लोग भी इनको पकड़ने से डर रहे हैं। इन जानवरों से मुक्ति पाने के लिए शासन और प्रशासन से भी गुहार लगा चुके हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें इन जानवरों से मुक्ति दिलाई जाए।
साही द्वारा कुतरे गए दरवाजे का दृश्य।
मामला संज्ञान में नहीं
इस मामले को लेकर जब जिला वन अधिकारी जयकुमार नरवाल ने बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। उक्त क्षेत्र में वन कर्मियों को भेजकर स्थिति का जायजा लिया जाएगा। अगर कोई जंगली जानवर कॉलोनी में है तो उन्हें पकड़ा जाएगा।
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