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पुलिस अधीक्षक ने सब इंस्पेक्टर हरिकिशन को किया सस्पैंड व लाईन हाजिर
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने दिए थे एसपी को जांच के आदेश
एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों सदर थाना के एक सब इंस्पेक्टर द्वारा एक मामले को निपटाने की एवज में एक पूर्व सरपंच से 50 हजार रूपए मांगने के वायरल आडियों के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। गौरतलब है कि यह सारा मामला डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के संज्ञान में पहुंच गया था और उन्होंने इस मामले की जांच के आदेश पुलिस अधीक्षक जींद को दे दिए थे। पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजरानिया ने इस मामले में सदर थाना में तैनात सब इंस्पेक्टर हरिकिशन को संस्पैड करते हुए लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं। जांच एएसपी कुलदीप सिंह को सौंपी गई है। डीएसपी सफीदों आशीष ने बताया कि सदर थाना सफीदों के सब इंस्पेक्टर का ऑडियो वायरल होने पर उसे निलंबित कर लाइनहाजिर कर दिया गया है और निलंबित सब इंस्पेक्टर के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। इस मामले में गांव धर्मगढ़ के पूर्व सरपंच शेर सिंह ने बताया कि मेरे गांव के झगड़े का एक मामला सफीदों सदर थाना में था। उस मामले में एक गरीब आदमी को फंसाया गया था। इस मामले की जांच तात्कालीन एएसपी नीतीश अग्रवाल व डिप्टी हेडक्वार्टर जींद पुष्पा खत्री ने अलग-अलग से की थी। जांच के दौरान यह मामला झूठा पाया गया तथा दोनों अधिकारियों ने इस मामले को खारिज करने के आदेश दिए थे। उसके बाद इस मामले को खारिज करने की फाईल सफीदों सदर थाना में आ गई लेकिन यहां पुलिस ने इस मामले को खारिज करने की बजाए पीडि़त पक्ष को थाना में बुलाया और डराया-धमकाया गया तथा किसी अन्य मामले में फंसाने की धमकी दी गई। पुलिस ने कहा कि कहीं से भी मामला खारिज हो गया हो लेकिन लास्ट जीवनी हमें ही लिखनी होती है।
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उसके बाद वह मामला लटका दिया गया। वह जिला करनाल के कस्बे नीसिंग गया हुआ था कि वहां पर सदर थाना में कार्यरत सब इंस्पेक्टर हरिकिशन का फोन आया और कहा कि वह डीएसपी के पास बैठा हुआ है और अगर वह मामला निपटाना है तो 50 हजार रूपए देने होंगे। उसका कहना है कि सफीदों सदर थाना में भ्रष्टाचार फैला हुआ है। पुलिस अपने आप लोगों से झूठी शिकायतें लेती है और मुकद्दमा दर्ज करने की बात कहकर लोगों से पैसे ऐंठती है। उसने 25 फरवरी 2021 को गांव के एक जमीनी विवाद को लेकर पुलिस को शिकायत दी थी लेकिन आज तक भी उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है उसने यह मामला एससी आयोग में उठाया था और वहां से भी सफीदों पुलिस के पास डायरेक्शन आई हुई है लेकिन आज तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। शेर सिंह ने बताया कि उसने यह रिकॉर्डिंग डीएसपी साधू राम व एसएचओ कृष्ण कुमार को सुनाई लेकिन उसका कोई असर नहीं पड़ा।
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क्या कहते हैं सब इंस्पेक्टर हरिकिशन
इस मामले में सब इंस्पेक्टर हरिकिशन ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि उसकी आवाज को किसी अन्य की रिकॉडिंग तोड़-मरोड़कर व छेड़छाड़ करके मिलाया गया है। यह रिकॉर्डिंग उसकी नहीं है और मैंने कभी भी जिंदगी में रिश्वत नहीं ली। उसका पूर्व सरपंच शेर सिंह से कोई आजतक वास्ता नहीं रहा है।
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