एस• के• मित्तल
जींद, उपायुक्त डॉ मनोज कुमार ने कोरोना काल में मां-बाप का साया खो चुकी झमोला गांव की सुश्री पायल पुत्री स्व० महेन्द्र सिंह को मुख्यमंत्री विवाह शुगुन योजना के तहत जिला कल्याण कार्यालय द्वारा 51 हजार रूपये की राशि की जमा पुष्ठी की भेंट की। इस मौके पर उनके साथ जिला कल्याण अधिकारी नरेन्द्र सिंह, अधीक्षक आजाद सिंह, जिला बाल सरंक्षण अधिकारी श्रीमती सुजाता मौजूद रही।
उपायुक्त ने बताया कि कोरोना काल में कोविड के कारण अनाथ हुए बच्चों का सहारा केंद्र सरकार की योजना पीएम केयर फार चिल्ड्रन स्कीम बनी है। जाहिर है कि इन परिस्थितियों में भले ही मां-बाप के जाने का गम दूर नहीं हो सकता पर सरकार की इस पहल से अनाथ बच्चों का जीवन अंधकारमय होने से जरूर बचा है। इन बच्चों के मां-बाप दोनों की मौत होने से उनको सहारा देने वाला कोई नहीं था। सरकार ने पीएम केयर फार चिल्ड्रन स्कीम के तहत आठ से दस लाख रुपये तक की राशि मुहैया करवा दी जाति है। राशि को फिक्स डिपोजिट के रूप में बच्चों के बालिग होने के बाद दी जाएगी। इस राशि को ये बच्चे अपनी शिक्षा, करियर बनाने अथवा विवाह समारोह के लिए इस्तेमाल कर सकेंगे। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी कुमारी सीमा प्रसाद ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा इस स्कीम का क्रियान्वयन जिले में किया जा रहा है।
गौरतलब है कि पायल की माताजी श्रीमती सुनीता देवी की कोविड के कारण मृत्यु हो गई थी। उस समय पायल नाबालिग थी। पायल को यह राशि जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय द्वारा विवाह शुगुन योजना के अन्तर्गत मुहैया करवाई गई है।