बचन सिंह आर्य व सिख समाज ने सीएम का सिरोपा व स्मृति चिन्ह भेंट करके किया अभिनंदन
एस• के• मित्तल
सफीदों, पूर्व मंत्री एवं सफीदों विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी रहे बचन सिंह आर्य की अगुवाई में सफीदों क्षेत्र से सिख समाज के प्रतिनिधिमंडल ने नाड़ा साहिब गुरूद्वारा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से भेंट की और गुरूद्वारें में शीश नवाया। पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य व सिख समाज के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पानीपत जिले के गांव बाबरपुर का नाम बदलकर श्री गुरु नानकपुरा रखने पर आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सिरोपा व स्मृति चिन्ह भेंट करके उनका जोरदार अभिनंदन किया। जिस पर सीएम मनोहर लाल ने पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य व सफीदों इलाके से आए सिख समाज का आभार व खुशी व्यक्त किया। वहीं पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य व सिख समाज ने हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले में हरियाणा सरकार की सकारात्मक भूमिका को लेकर भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद प्रकट किया। इस मौके पर जत्थेदार स. बलजीत सिंह दादूवाला व स. जगदीश सिंह झींडा विशेष रूप से मौजूद थे। इस अवसर पर सीएम मनोहर लाल को पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य व सिख समाज के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि सफीदों इलाके के सिखों के साथ-साथ 36 बिरादरी की श्री गुरूनानक देव जी के साथ गहरी आस्था जुड़ी हुई है। उन्होंने बताया कि तलवंडी ननकाना साहिब में गुरू नानक देव जी ने सच्चा सौदा किया था। 1947 के बंटवारे के वक्त जो सिख तलवंडी ननकाना साहिब के आसपास से सफीदों इलाके में आकर बसे थे, वे अपने साथ तलवंडी ननकाना साहिब से पवित्र ईंट लेकर आए थे और उस ईंट को नींव में रखकर सफीदों से सिर्फ 6 किलोमीटर की दूरी पर विशाल की गुरूद्वारे की स्थापना की थी।
इस गुरूद्वारें का नामकरण गुरू नानक देव जी के नाम से गुरूद्वारा सच्चा सौदा किया था। पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने कहा कि यह पुनित कार्य करनाल से वरिष्ठ सांसद संजय भाटिया की नेक सोच व प्रयासों का परिणाम लगता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुलामी के प्रतीम गांव बाबरपुर का नाम बदलकर श्री गुरू नानक पुरा करके सिखों का दिल जीतने का काम किया है। जिस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार हर धर्म के लोगों को समान से रूप से लेकर चल रही है तथा महापुरूषों की जयंतियां प्रदेश लेवल पर सरकार के द्वारा मनाई जा रही हैं। मनोहर लाल ने इतिहास में जो गलतियां हुई हैं उन्हें ठीक करना सरकार का काम है। लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस गांव का नाम बदला गया है। इस मौके पर स. महेंद्र सिंह चट्ठा, बाबा करनैल सिंह, रामबीर आर्य, स. निशान सिंह विरक, स. टहल सिंह संधू, स. सुच्चा सिंह नंबरदार, स. गुजार सिंह, स. गुरमीत सिंह, स. मालिक सिंह संधू, स. शेर सिंह संधू, डा. सुखविंद्र सिंह विरक, स. जगतार सिंह रैजादा, स. मान सिंह, स. साहब सिंह, स. गुलाब सिंह चट्ठा, स. मंजीत सिंह विरक, स. संदीप सिंह विरक, स. नरेंद्रपाल सिंह सरपंच व स. जगरूप सिंह चट्ठा समेत सैकड़ों नौजवान मौजूद थे।