हरियाणा के चरखी दादरी जिले के बाढड़ा व हंसावास खुर्द के ग्रामीणों ने पूर्व विधायक व किसान मोर्चा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र मांढी के नेतृत्व में हिसार पहुंचकर प्रदेश के नगर निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता से मुलाकात की और बाढड़ा नगरपालिका का दर्जा वापस लेने की मांग की।
वहीं मंत्री ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि उनकी मांग पर वह गंभीरतापूर्वक अधिकारियों से सलाह मशविरा करके आगामी कदम उठाऐंगे। दोनों गांवों के ग्रामीण नगरपालिका की बजाए ग्राम पंचायत का दर्जा चाहते हैं तो वह सीएम मनोहर लाल को हालातों से अवगत करवा जनभावनाओं के आधार पर आगामी फैसला लेंगे।
पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी ने कहा कि बाढड़ा ग्रामीण क्षेत्र है तथा यहां आमदनी न होने के कारण शहरी विकास को तरजीह देने के लिए नए कर लगाए जा रहे हैं। पंचायत समिति चेयरमैन भल्लेराम बाढड़ा व जाट सभा सचिव विधानंद हंसावास ने बताया कि इन दोनों गांवों की आबादी बहुत कम है और पूरा ग्रामीण क्षेत्र हैं।
दोनों गांवों के ग्रामीण सर्वसम्मति से नगरपालिका की बजाए ग्राम पंचायत का दर्जा पाना चाहते हैं। वहीं नगर निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि दादरी जिला उनका दूसरा घर है। प्रदेश की भाजपा सरकार ने जनभावनाओं के आधार पर ही कमेटी गठित करके दादरी को जिला व बाढड़ा को उपमंडल का दर्जा दिलवाया गया था।
अब इन दोनों को बड़ी सिटी के रूप में विकसित करने के लिए सीएम मनोहर लाल ने यहां पर उपमंडल, जिला सचिवालय व अन्य विभागों के प्रशासकीय भवनों के लिए तीन सौ करोड़ की राशि आवंटित की है। बाढड़ा क्षेत्र के ग्रामीण अगर नगरपालिका की बजाए ग्राम पंचायत के माध्यम से ही विकास योजनाएं संचालित करवाना चाहते हैं तो वह सीएम को स्थिति से अवगत करवा कर उनकी मांगों को सिरे चढवाने का प्रयास करेंगे।