एक बार फिर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की परीक्षा में सफल हो गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से अस्पताल को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक टीम मार्च महीने में अस्पताल का दौरा किया और यहां मरीजांे को दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाएं और सुविधाओं का सर्वे किया था। टीम ने कई वार्ड में जाकर मरीजों से भी बातचीत की थी। तमाम औपचारिका पूरी करने के बाद अस्पताल को यह प्रमाण पत्र प्रदान किया।
अधिकारियों ने बताया कि भारत सरकार के स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय द्वारा करवाएं गए सर्वे की परीक्षा में बीके अस्पताल को 89 प्रतिशत अंक हासिल मिला है। एनक्यूएएस प्रमाण पत्र इस बात का प्रमाण है कि अस्पताल में सरकार द्वारा निर्धारित सभी मानकों को पूरा करते हुए मरीजों का इलाज किया जा रहा है। बता दें कि सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से एनक्यएएस की टीम निरीक्षण करती है। टीम विभिन्न विभागों एवं सरकार द्वारा निर्धारित मानकों का निरीक्षण करने के बाद अंक प्रदान करती है।
मार्च महीने में हुआ था सर्वे
बीके अस्पताल की प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. सविता यादव ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की आेर से 4 से 16 मार्च तक तीन सदस्यीय टीम भेजी गई थी। टीम ने इमरजेंसी, ओपीडी, वार्ड, शिशु एवं महिला वार्ड, आपरेशन थियेटर, आक्सीजन प्लांट, ब्लड बैंक, सीटी एमआरआइ, हार्ट सेंटर, अस्पताल में पार्किंग व्यवस्था, साइनेज, मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट आदि का निरीक्षण किया था। स्टाफ नर्स, कर्मचारियों, मरीजों एवं डॉक्टरों से भी बातचीत कर अपनी रिपोर्ट तैयार की थी।
वर्ष 2017 में मिले थे 84 अंक
डॉ. सविता यादव ने बताया कि अस्पताल को वर्ष 2017 में भी एनक्यूएएस का प्रमाण पत्र मिला मिला था। उस समय 84 प्रतिशत अंक मिले थे। यह प्रमाण पत्र तीन वर्ष के लिए मान्य होता है। केंद्रीय टीम को वर्ष 2020 में निरीक्षण करना था, लेकिन कोरोना काल के चलते टीम नहीं आ पायी थी।
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