हिसार में ऑनर किलिंग में 3 दोषी करार: युवक-युवती को जहर देकर नहर में फेंका था; 12 मई को सुनाई जाएगी सजा

हरियाणा के हिसार में ऑनर किलिंग के मामले में एडीजे अमित सहरावत की अदालत ने 3 लोगों को दोषी करार दिया है। दोषियों को 12 मई को सजा सुनाई जाएगी। दोषियों में मृतक लड़की की मां आदमपुर की रहने वाली कलावति, भाई शिव कुमार और साबरवास का राकेश है।

नीरज चोपड़ा ने जीती दोहा डायमंड लीग: 88.67 मीटर दूर भाला फेंक वर्ल्ड चैंपियन एंडरसन पीटर्स को पछाड़ा; इस लीग में पहले ही चैंपियन है गोल्डन ब्यॉय

मामला 2017 का है। वहीं कोर्ट ने पूजा, भजनलाल व एक अन्य को बरी किया गया है। दोषियों ने प्रेम प्रसंग के चलते उचाना के गांव सेढ़ा माजरा के रहने वाले विक्रम और बबली की जहर देकर हत्या की थी। इसके बाद शव सिद्ध मुख नहर में फेंक दिए गए थे।

युवक के परिवार वालों ने दर्ज करवाया था केस
मृतक विक्रम के भाई दिलबाग ने पुलिस को बताया था कि वे 2 भाई व 4 बहनें है। उसके छोटा भाई विक्रम को 11 सितंबर 2017 को एक कॉल आई थी, इसके बाद विक्रम दोपहर एक बजे के करीब मोटरसाइकिल लेकर घर से निकल गया। उसके बाद उसका फोन बंद हो गया।

17 सितंबर 2017 को तलाश करते हुए वह आदमपुर आया तो उसे पता चला कि उसके भाई विक्रम को आदमपुर के इंद्रा कॉलोनी के रहने वाले शिवकुमार तथा उसकी मां कलावति ने बुलाया था। इसके बाद वह दोबारा अपने गांव गया और गांव के मौजिज व्यक्तियों के साथ आदमपुर में शिव कुमार के घर पहुंचा।

हरियाणा में खराब गेहूं मामले में होगी FIR: कैथल में डिप्टी CM दुष्यंत बोले- अफसरों पर केस दर्ज होंगे, रिकवरी भी होगी

युवक के परिजन बोले- जो होना था हो गया
वहां पहले से ही आजाद, शिव कुमार, उसकी मां कलावति व उसकी बहन ज्योति और जीजा मौजूद थे। जब विक्रम के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि जो होना था हो गया, उसे भूल जाओ। इस पर उन्हें विश्वास हो गया कि उसके भाई विक्रम को शिवकुमार उर्फ फौजी, कल्लो, उसकी बहन ज्योति, बहनोई व आजाद ने मिलकर मार दिया है। बाद में पता चला कि मास्टरमाइंड आदमपुर का रहने वाला भजन लाल मास्टर था।

फोटो और कपड़े देखकर पहचाना
22 सितंबर 2017 को ही आरोपी शिव कुमार, राकेश द्वारा मृतक बबली की पहचान गोगामेड़ी थाना पहुंचकर फोटो, कपड़े देखकर की। 24 सितंबर 2017 को डयूटी मजिस्ट्रेट ललित जाखड़ की मौजूदगी में थाना गोगामेड़ी व थाना भिरानी पुलिस द्वारा मृतक बबली व विक्रम का ,अंतिम संस्कार किया गया।

वहां से हड्डी व राख उठाए गए। 18 नवंबर 2017 को थाना गोगामेड़ी पुलिस ने युवती की शिनाख्त करवाई तो बबली के रूप में पहचान हुई थी। वहीं थाना भिरानी में 28 नवंबर 2017 को मृतक विक्रम की पहचान की गई थी। मामले में उचाना थाना में विक्रम की गुमशुदा का केस दर्ज करवाया गया था।

 

खबरें और भी हैं…

.

बैंक में भी नहीं सुरक्षित उपभोक्ताओं की जमापूंजी बैंक खाते से उपभोक्ताओं के उड़ रहे है अपने आप पैसे पीएनबी बैंक के कई उपभोक्ताओं की अपने आप निकल चुकी है रकम
.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *