हिसार। हिसार के आजाद नगर क्षेत्र में सीआर ला कालेज की यूनियन बैंक की शाखा में 16.19 लाख रुपये की डकैती के मामले में एसटीएफ ने छठे आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ ने सोमवार देर शाम इस मामले में जीरकपुर निवासी देवेंद्र को गिरफ्तार किया। देवेंद्र ने इससे पहले गिरफ्तार किए गए पांच बदमाशों को गाड़ी किराये पर दिलाने में मदद की थी। उसे जीरकपुर से ही गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसे मंगलवार को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया है। देवेंद्र इस मामले में गिरफ्तार जींद के सोनू का दोस्त है। जीरकपुर में ही देवेंद्र की नवीन, सोनू, विकास से मुलाकात हुई थी। वह जीरकपुर में प्राइवेट कंपनी में काम करता है। वहीं पर नवीन, विकास, सोनू काम करते थे। चारों की आपस में वहीं मुलाकात हुई थी।
देवेंद्र ने पूछताछ में यह बात कबूली है कि उसने ही सोनू और अन्य को गाड़ी किराये पर दिलवाने में मदद की थी, लेकिन उसने भाईचारे में गाड़ी दिलवाई थी। प्राथमिक पूछताछ में देवेंद्र ने बताया कि इस मामले में लूटी गई रकम में से उसका हिस्सा नहीं था। उसने कहा कि उसे शुरुआत में जानकारी भी नहीं थी कि गाड़ी को डकैती में इस्तेमाल किया जाएगा। लेकिन देवेंद्र ने गाड़ी वापस कंपनी को दिलवाने में भी अन्य आरोपिताें की मदद की है। गौरतलब है कि यूनियन बैंक की शाखा से गार्ड पर हमला कर 16.19 लाख की डकैती करने के मामले में नंगथला निवासी सोनी, सोनीपत के खरखोदा के गांव सेहरी निवासी नवीन, भाटला के प्रदीप, जींद के गांव खरक रामजी निवासी सोनू, सोनीपत के गांव चिडाना निवासी विकास को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी को आठ दिन के रिमांड पर लिया गया है। इन्होंने बताया था कि इन्होंने मिलकर योजना बनाई की कुछ बड़ा करते है, जिससे उनका नाम हो और वे अमीर भी बन जाए। जिसके बाद कई बैंकों की रेकी कर यूनियन बैंक की शाखा को वारदात के लिए चुना।
कर्मचारियों को सस्पैंड करने का किया विरोध
बैंक, मोबाइल फेंकने की जगह पर क्राइम सीन करवाया रिक्रिएट
एसटीएफ ने मंगलवार को गिरफ्तार किए गए आरोपितों से रिमांड के दौरान निशानदेही करवाई। एसटीएफ टीम आरोपितों को लेकर यूनियन बैंक की शाखा में पहुंची, जहां वारदात के बारे में कौन कहां मौजूद था और कैसे वारदात को अंजाम दिया गया। इस बारे में क्राइम सीन को रिक्रिएट करवाकर देखा गया। जिसमें कौन आरोपित कहां खड़ा था, कितनी दूरी पर खड़ा था, उसने वहां क्या-क्या किया, मारपीट करने, बंदूक छीनने बारे और वारदात को कैसे अंजाम दिया गया आदि बातों के बारे में आरोपितों से जानकारी ली गई। साथ ही आरोपितों से कर्मचारियों के माेबाइल छीनने और उन्हें कैमरी- गंगवा रोड पर फेंकने के स्थान पर भी निशानदेही करवाई गई। इसके अलावा पुलिस ने आरोपितों से असलहा बरामद करने बारे पूछताछ की है, इनके संबंधित ठिकानों पर हथियारों की बरामदगी के लिए दबिश दी गई।
लूट की रकम बरामद करने के किए जा रहे प्रयास
एसटीएफ टीम लूट की रकम बरामद करने के लिए भी लगातार प्रयास कर रही है। आरोपितों से रिमांड के दौरान लूटे गए रुपये उन्होंने कहां छिपाए है और कितने खर्च किए आदि बातों की जानकारी ली जा रही है। वारदात में आठ आरोपितों के शामिल होने की बात सामने आई थी, जिसमें से अब छह आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके है।