BY NIRMAL SANDHU
इन्द्री|| इंद्री हल्के के गांव डेरा हलवाना में हाईटेंशन तारें ग्राम वासियों के लिए जी का जंजाल बनी हुई है बार-बार प्रशासन व इंद्री विधायक को गुहार लगाने के बाद भी इन तारो को आज तक नहीं हटाया गया| ग्राम वासियों ने बिजली विभाग के अधिकारियों पर एस्टीमेट से अधिक पैसे मांगने के आरोप जड़े|
कोई भी कर्मचारी या अधिकारी गांव में आएगा तो उनकी गाड़ियों को जला दिया जाएगा|
ग्राम वासियों में इस बात को लेकर के भारी रोष बना हुआ है| क्या प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है| ग्रामीणों में इसी बात को लेकर के रोष बना हुआ है और ग्रामीणों का स्पष्ट शब्दों में कहना है कि यदि कोई बड़ा हादसा हो गया और उसके बाद यदि कोई भी कर्मचारी या अधिकारी गांव में आएगा तो उनकी गाड़ियों को जला दिया जाएगा|
हाईटेंशन तारें उनके घरों के ऊपर से गुजर रही हैं
ग्रामीणों का कहना है कि पहले ही यह गांव बहुत गरीब है जहां पर मूलभूत सुविधाएं भी सही ढंग से ग्रामीणों को नहीं मिल रही और ऊपर से हाईटेंशन तारें उनके घरों के ऊपर से गुजर रही हैं जो उनके लिए जी का जंजाल बनी हुई है इस गांव में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है| यदि यहां तारों को नहीं हटाया गया तो यहां कोई हादसा हो गया तो इसके जिम्मेदार प्रशासन व हरियाणा सरकार होगी| उन्होंने गढ़ी बीरबल बिजली विभाग के एसडीओ पर पांच लाख रूपये मांगने के आरोप भी लगाए हैं| जिन आरोपों को एसडीओ वेद प्रकाश ने सिरे से खारिज कर दिया है|
पैसे कौन देगा यह भी एक बड़ा इशू बना
वहीं पर जब इस मामले में इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है इस मामले को लेकर इसकी फाइल विभाग के अधिकारियों को भेज दी गई है जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा| वहीं पर करनाल के उपायुक्त अनीश कुमार यादव ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है और इसकी जांच के लिए उन्होंने इंद्री एसडीएम का आदेश जारी कर दिए हैं| इस मामले को जल्दी शॉट आउट कर दिया जाएगा| लेकिन बात यह है कि आखिरकार कितने दिनों में तारों को हटाया जाएगा क्योंकि बिना विभाग एस्टीमेट के इन तारों को हटाने वाला नहीं है और इसके लिए पैसे कौन देगा यह भी एक बड़ा इशू बना हुआ है| क्योंकि इस समय ना तो गांव में पंचायत है और ना ही प्रशासन अधिकारी इस बारे में कोई गंभीरता से इसको ले रहे हैं| क्या प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है| ग्रामीणों में इसी बात को लेकर के रोष बना हुआ है और ग्रामीणों का स्पष्ट शब्दों में कहना है कि यदि कोई बड़ा हादसा हो गया और उसके बाद यदि कोई भी कर्मचारी या अधिकारी गांव में आएगा तो उनकी गाड़ियों को जला दिया जाएगा| इस मौके पर गुरजंट सिंह, प्रीतम सिंह, करनैल सिंह, लाखन सिंह, हरप्रीत सिंह, जगजीत सिंह, जीत सिंह, जयकुमार हरनाम सिंह, लालू सिंह व सुनील कुमार मौजूद रहे |