रोहतक. हरियाणा बोर्ड (Haryana Board) की परीक्षाओं की आंसर शीट मार्किंग सेंटर में चेक करने की बजाए करीब एक दर्जन के आसपास अध्यापक गैर कानूनी तरीके से आंसरशीट को घर ले जाकर चैक कर रहे थे, हरियाणा बोर्ड के चैयरमेन जगबीर सिंह ने मार्किंग सेंटर में रेड कर आरोपी अध्यापकों के खिलाफ शख्त कार्यवाही के लिए शिक्षा विभाग से सिफारिश की है. यही नहीं पकड़े गए अध्यापकों में से किसी ने बीमारी का बहाना बनाया तो कोई आंसू बहाने लगे. यही नहीं हरियाणा बोर्ड की टीम ने रेड करने से पहले 2 घण्टे तक अध्यापकों की रैकी भी की. राेहतक के वैश्य स्कूल में मार्किंग सेंटर बनाया गया है.
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हरियाणा बोर्ड की 10वीं ओर 12वीं क्लास की परीक्षाओं के बाद हरियाणा में दसवीं क्लास की परीक्षाओं के लिए 70 और 12वीं क्लास की परीक्षाओं को चेक करने के लिए 39 मार्किंग सेंटर बनाए हैं, लेकिन रोहतक के वैश्य कॉलेज में बनाए गए मार्किंग सेंटर में काफी अनियमितताएं पाई गई हैं, जिसके बाद हरियाणा बोर्ड के चेयरमैन जगबीर सिंह ने छापेमारी की तो काफी अनियमितताएं पाई गई हैं.
विडंबना: शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था
आंसर शीट मॉर्किंग सेंटर के बजाए घर पर चेक रहे थे टीचर
जगबीर सिंह के अनुसार करीब दर्जन भर के करीब अध्यापक-अध्यापिका मार्किंग सेंटर में नहीं बल्कि घर में ले जाकर आंसर शीट चेक कर रही थी जो पूरी तरह से गैरकानूनी है. वही बोर्ड के चेयरमैन जगबीर सिंह ने सभी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है. जगबीर सिंह ने बताया कि उन्हें कई शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद छापेमारी करने से पहले करीब 2 घंटे तक मार्किंग सेंटर की रेकी की गई. इसमें पाया कि काफी ऐसे अध्यापक है, जो अपने साथ घर पर आंसर शीट लेकर जा रहे थे जो पूरी तरह से गैरकानूनी है उन सब के खिलाफ शिक्षा विभाग को लिख दिया गया है. उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
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रोने लगी अध्यापिका
वहीं, एक आरोपी अध्यापिका ने बताया कि वैसे तो आंसर शीट घर ले जाना गैरकानूनी है, लेकिन वह बीमार थी. इसलिए वो आंसर शीट घर ले जाकर चेक कर रही थी. हालांकि अध्यापिका जगबीर सिंह के सामने रो पड़ी और दोबारा ऐसी गलती करने की बात कही. गौरतलब है कि आज रोहतक में मुख्यमंत्री की प्रगति रैली है जिससे पहले यह छापेमारी की गई है.
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