स्वच्छता के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए स्कूलों में नगर परिषद की स्वच्छ भारत मिशन शहरी टीम के सदस्य पहुंच रहे हैं। बच्चों में स्वच्छता की अलख जगाने के लिए विभिन्न गतिविधियां करवाई जा रही हैं। वहीं बच्चों को स्वच्छता ही सेवा है, गंदगी जानलेवा है का नारा भी दिया गया है। स्वच्छता के प्रति विद्यार्थियों को शपथ दिलवाई जा रही है।
विद्यार्थियों को सूखा नीला व हरा गीला कूड़ा अलग-अलग करने के बारे में भी प्रेरित किया जा रहा है। राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल खैरपुर में स्वच्छता को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वच्छ भारत मिशन शहरी टीम के इंचार्ज इंजीनियर जतिन गोयल ने बच्चों को मोटिवेट करते हुए वेस्ट मैटीरियल से उपयोगी चीजें बनाने के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया। इसके अलावा बच्चों को घरों में साफ-सफाई से लेकर डेंगू, मलेरिया, हैपेटाइटिस, डायरिया, एलर्जी व पोलियो के बारे में भी बताया। जतिन ने बताया कि स्कूलों में स्वच्छता के लिए स्लोगन, कविता, निबंध, पत्र लेखन आदि प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। प्रतियोगिता में विजेता रहने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया जाएगा।
सोमवार को खैरपुर स्कूल में सफाई को लेकर बच्चों में भाषण प्रतियोगिता करवाई गई। इस दौरान सिरसा नप ने स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 के लिए समाजसेवी रणजीत टक्कर को ब्रांड अंबेडसर नियुक्त किया। रणजीत टक्कर ने भाषण प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर स्वच्छ भारत मिशन शहरी टीम के सदस्य सचिन शर्मा भी मौजूद थे। सचिन शर्मा ने बच्चों को अपने घर के गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में डालकर उसका निस्तारण करने के बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि सभी परिवार घरों में नीला व हरा डस्टबीन रखें। हरे डिब्बे में गीला व नीले डिब्बे में सूखा कचरा डालें और जब कचरा उठाने वाली गाड़ी घरों के सामने कचरा उठाने आती है तो ये हरे डिब्बे का कचरा हरे कंपार्टमेंट में डाले और नीले रंग के डिब्बे का कचरा नीले कंपार्टमेंट में डालें।