गेहूं में नुकसान का जायजा लेते हुए तहसीलदार।
हरियाणा के सोनीपत में बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को खूब नुकसान पहुंचा है। शनिवार को तहसीलदार जिवेंद्र मलिक ने फिल्ड में जाकर खिजरपुर जाट माजरा, बादशाहपुर माछरी, करेवड़ी, हुल्लेडी व मोहना गांवों के खेतों में खड़ी गेहूं में नुकसान का आकलन किया। रिपोर्ट अनुसार प्रभावित किसानों को सरकार के मानदंडों के अनुरूप मुआवजा दिया जाएगा।
तहसीलदार ने कहा कि जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना या बागवानी बीमा योजना में पंजीकरण नहीं कराया है, ऐसे प्रभावित किसान प्राकृतिक आपदा जैसे ओलावृष्टि, बेमौसमी बारिश व अन्य कारणों से हुए फसलों के नुकसान की सूचना क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि फसल खराबे की सूचना देने वाले किसानों का मेरी फसल मेरा ब्योरा पर पंजीकरण होना आवश्यक है।
खराब गेहूं में नुकसान का जायजा लेते हुए अधिकारी।
उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे किसान जो किन्हीं कारणों से पूर्व में पंजीकरण नही करा पाए थे। वे अब पंजीकरण कराने उपरांत क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी फसल खराबे की सूचना दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसी किसान को पोर्टल पर कोई असुविधा हो रही है तो वे अपने नजदीकी सीएससी केंद्र पर जाकर भी अपना पंजीकरण व फसलों के नुकसान की सूचना दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा दी गयी सूचना के तहत व पटवारी की फील्ड रिपोर्ट के आधार पर ही मुआवजा संबंधित किसान को उनके खातों में भेजा जाएगा।
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