महिलाओं को रियूजेबल पैड्स बांटकर किया स्वच्छता के प्रति जागरूक
मासिक धर्म पर घर और समाज में खुलकर बात करने की जरूरत: गीतांजलि कंसल
एस• के• मित्तल
सफीदों, महिलाओं के प्रति समर्पित सामाजिक संस्था वोमेन एरा फाउंडेशन के तत्वावधान में विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया गया। संस्था ने सफीदों के साथ-साथ गांव खेड़ा खेमावती में भी शिविर का आयोजन किया। इस आयोजन के अध्यक्षता संस्था की फाउंडर अध्यक्ष गीतांजलि कंसल ने की। इस मौके पर महिलाओं को रियूजेबल पैड्स बांटे गए और उन्हे मासिक धर्म की स्वच्छता के बारे में जागरूक किया गया। गीतांजलि कंसल ने बताया कि भारत में विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मानते हुए दिल्ली स्थित सामाजिक उधम प्रोजेक्टर बाला और नेशनल इंटेरोगेट् फोरस ऑफ आर्टिस्ट एंड एक्टिविस्ट निफा ने सामाजिक संस्था वोमेन एरा फाउंडेशन के साथ मिलकर माहवारी के विषय पर जागरूकता की कमी से लडऩे के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है।
सफीदों, महिलाओं के प्रति समर्पित सामाजिक संस्था वोमेन एरा फाउंडेशन के तत्वावधान में विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया गया। संस्था ने सफीदों के साथ-साथ गांव खेड़ा खेमावती में भी शिविर का आयोजन किया। इस आयोजन के अध्यक्षता संस्था की फाउंडर अध्यक्ष गीतांजलि कंसल ने की। इस मौके पर महिलाओं को रियूजेबल पैड्स बांटे गए और उन्हे मासिक धर्म की स्वच्छता के बारे में जागरूक किया गया। गीतांजलि कंसल ने बताया कि भारत में विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मानते हुए दिल्ली स्थित सामाजिक उधम प्रोजेक्टर बाला और नेशनल इंटेरोगेट् फोरस ऑफ आर्टिस्ट एंड एक्टिविस्ट निफा ने सामाजिक संस्था वोमेन एरा फाउंडेशन के साथ मिलकर माहवारी के विषय पर जागरूकता की कमी से लडऩे के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है।
इस अभियान के तहत भारत के 28 राज्यों व 8 केंद्र शासित प्रदेशों में 111 से अधिक लगाए गए शिविरों में 11000 से अधिक महिलाओं ने भाग लेकर अंतर्राष्ट्रीय माहवारी स्वास्थ्य दिवस मनाया। इस अभियान के तहत वुमन एरा फाउंडेशन की तरफ से सफीदों व गांव खेड़ा खेमावती में दो शिविर लगाए गए। गीतांजलि कंसल ने बताया कि लगभग 13 साल की उम्र की लड़की से लेकर 50 साल की महिला तक हर महीने मासिक धर्म से गुजरती हैं। इस दौरान साफ-सफाई का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। आज भी देश में गांवों से शहरों तक कई ऐसी लड़कियां और महिलाएं हैं, जो पीरियड्स की कई महत्वपूर्ण जानकारी से अनजान हैं और पीरियड्स के दौरान यूज होने वाले प्रोडक्ट को खरीदनें में शर्म महसूस करता है।
इसी झिझक को दूर करने के लिए इस खास दिवस पर महिलाओं को जागरूक किया गया है। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है। जिस पर घर और समाज में खुलकर बात करने की जरूरत है ताकि महिलाओं और बच्चियों को गंभीर और जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सके। इस मौके पर ज्योति, हेमलता क्वात्रा, सोनिया, मोनिका शर्मा, मधु, भावना व मंजू विशेष रूप से मौजूद थीं।