जानकारी देने के लिए बूथ लेवल के अधिकारियों की बैठक संपन्न
एस• के• मित्तल
सफीदों, सरकार द्वारा वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने का अभियान शुरू किया गया है, इससे जहां वोटर आईडी कार्ड की डुप्लीकेसी रोकी जा सकेगी वहीं लोग फर्जी तरीके से दो-दो वोटर आईडी नहीं रख सकेंगे। यह जानकारी बुधवार को चुनाव कार्यालय के कानूनगो रविंद्र कुमार ने दी। रविंद्र कुमार उपमंडल सफीदों के सभी बूथ लेवल के अधिकारियों की एक बैठक को सम्बोंधित कर रहे थे।
सफीदों, सरकार द्वारा वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने का अभियान शुरू किया गया है, इससे जहां वोटर आईडी कार्ड की डुप्लीकेसी रोकी जा सकेगी वहीं लोग फर्जी तरीके से दो-दो वोटर आईडी नहीं रख सकेंगे। यह जानकारी बुधवार को चुनाव कार्यालय के कानूनगो रविंद्र कुमार ने दी। रविंद्र कुमार उपमंडल सफीदों के सभी बूथ लेवल के अधिकारियों की एक बैठक को सम्बोंधित कर रहे थे।
इस मौके पर उनके साथ इलैक्शन कार्यालय सहायक सतप्रकाश, प्रोग्रामर राकेश कुमार तथा बूथ लेवल अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग की हिदायत अनुसार वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से जोडऩे के लिए एक अभियान शुरू किया गया है। वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से जोडऩे का काम वोटर की पहचान स्थापित करने और इलेक्टोरल रोल में एंट्रीज के ऑथेंटिकेशन के उद्देश्य से किया जा रहा है। रविंद्र कुमार ने बताया कि आधार को वोटर आईडी कार्ड से लिंक करने के लिए सबसे पहले एनवीएसपी पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा। वेबसाइट पर जाकर क्लिक करें। इसके बाद मोबाइल नंबर और अपना कैप्चा दर्ज करें। अब मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा जिसे दर्ज करें, इसे डालते ही आपके सामने एक पेज खुलेगा, जिसमें अपनी सारी जानकारी दर्ज करें।
अब सबमिट बटन पर क्लिक करके आपकी सारी जानकारी रजिस्टर हो जाएगी। बता दें कि वोटर लिस्ट को आधार कार्ड से जोडऩे का काम 31 मार्च 2023 तक पूरा किया जाना है। इसके अलावा 166 या 51969 पर एक एसएमएस भेजना होगा जिसमें वोटर आईडी-आधार लिंक की रिक्वेस्ट देनी होगी, एसएमएस का खास फॉर्मेट होगा जो वोटर आईडी नंबर आधार, नंबर के रूप में भेजना होगा। उन्होंने बताया कि कॉल सेंटर के नंबर पर फोन करके भी वोटर आईडी और आधार को लिंक किया जा सकता है। 1950 नंबर पर फोन करके अपनी वोटर आईडी और आधार कार्ड के बारे में जानकारी देकर दोनों को लिंक किया जा सकता है।