- सर्दी बढ़ने के बावजूद रेवाड़ी में डेंगू का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। हर दिन जिले में डेंगू मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इस सीजन में अभी तक 250 मरीज मिल चुके है। यह 8 साल में मिलने वाले दूसरी बार सर्वाधिक केस है। इससे पहले पिछले साल 306 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई थी। हालात यह है कि प्लेटलेट्स की भी कमी होने लगी है।
विशेषज्ञों की माने तो जैसे ही सर्दी का सीजन पीक पर होगा। उसके बाद डेंगू के मरीजों की संख्या कम हो जाएगी। खास बात यह है कि बरसात का सीजन बीतने के बाद इस बार स्वास्थ्य विभाग ने काफी देरी से फोगिंग का काम शुरू किया। साथ ही लोगों ने भी इस बीमारी को गंभीरता से नहीं लिया, जिसकी वजह से डेंगू के केस लगातार बढ़ते चले गए। राहत की बात यह है कि डेंगू की वजह से अभी तक किसी की जान नहीं गई।
3 हजार से ज्यादा सैंपल लिए गए
इस बार अगस्त के पहले सप्ताह में ही डेंगू के केस मिलने शुरू हो गए थे। सितंबर तक रफ्तार बहुत कम रही, लेकिन अक्टूबर और नवंबर में काफी तेजी से डेंगू के केस मिले। जिले में अभी तक 3 हजार से ज्यादा सैंपल लिए जा चुके है। शहर में सबसे ज्यादा डेंगू के केस मिल रहे है। विशेषज्ञों की माने तो अगले सप्ताह तक सर्दी का पीक शुरू हो जाएगा। उसके बाद डेंगू के केस में कमी देखने को मिलेगी।
बचाव ही जरूरी
शहर के गंगा सहाय अस्पताल के डॉ. हेमेश्वर गुप्ता ने बताया कि बरसात के मौसम में बहुत सी बीमारियां फैलने लगती हैं, उनमें से एक डेंगू भी है। डेंगू मच्छर के काटने से होता है इसलिए अपने घर के आसपास गंदे पानी को जमा न होने दें। साफ-सफाई का अधिक ध्यान रखें। हालांकि डेंगू का सही समय पर उपचार करना बहुत जरूरी है क्योंकि उचित समय पर रोकथाम न करने पर व्यक्ति का स्वास्थ्य और खराब हो सकता है। इसके अलावा कुछ लोगों में डेंगू का अधिक प्रभाव होने के कारण उनकी मृत्यु हो जाती है।
8 साल के आंकड़े
वर्ष- केस
2015- 10
2016- 10
2017- 137
2018- 82
2019- 27
2020- 39
2021- 306
2022- 250