एस• के• मित्तल
सफीदों, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के स्थानीय सबर्बन उपमंडल क्षेत्र में निगम प्रशासन का ऐसा कारनामा सामने आया है जिसमें ट्यूबवेल कनेक्शन का पूरा खर्च जमा कराने के आठ महीने बाद भी किसान के खेत में खाली खम्भे खड़े हैं और कोठे में मीटर लगा है लेकिन ना ट्रांसफार्मर है और ना बिजली आपूर्ति।
सफीदों के हाट गांव का पीड़ित किसान रामकिशन यहां बिजली अधिकारियों के दफ्तरों के महीनों से चक्कर काट रहा है। आज बिजली उपमंडल कार्यालय से उसे एक स्लिप दी गई जिस पर उसका मीटर नंबर और इसे स्थापित करने की तारीख 7 नवंबर 2022 लिखी है। किसान ने बताया कि कई बरस पहले उसने नलकूप बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। जिसके लिए उसने 30 हजार रुपये की राशि एसडीओ के आदेश पर जमा कराई थी और करीब उसके करीब 6 महीने बाद 1.35 लाख रुपये की राशि ट्रांसफार्मर व लाइन खर्च के लिए अलग से जमा कराई। पूरे खर्च की यह राशि जमा कराने के बाद अक्तूबर 2022 में उसके खेत में कर्मचारी खम्भे गाड़ कर चले गए और फिर 7 नवंबर 2022 को उसके खेत के कोठे में मीटर स्थापित कर दिया। उस दिन ट्रांसफार्मर भी रख दिया जिससे बिजली की तार मीटर से जोड़ दी गई लेकिन ट्रांसफार्मर नहीं चला।
उसे कर्मचारी वापस ले गए लेकिन उसकी जगह आज तक ट्रांसफार्मर नहीं रखा गया। किसान ने बताया कि एसडीओ से वह मिला तो उन्होंने कहा कि यह ठेकेदार का काम है वही करेगा। उसने बताया कि उसकी केवल डेढ़ एकड़ जमीन है जिसमें सिंचाई का और कोई साधन नहीं। उसका नलकूप चालू ना होने से पिछली रबी फसल का नुकसान हुआ और अब खरीफ की धान के लिए पानी नहीं है। किसान ने आज सीएम विंडो में व राज्य के बिजली मंत्री तथा राज्य चौकसी ब्यूरो के निदेशक को शिकायत भेजकर इसकी जांच किए जाने व उसको हुए नुकसान की भरपाई कराने की प्रार्थना की गई है।
क्या कहते हैं प्रभारी अभियंता
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के सबर्बन उपमंडल के प्रभारी अभियंता प्रभात देओलका ने बताया कि यह ठेकेदार का काम है। वह आज ही उसे कहेंगे और इसमें एक सप्ताह भर का समय तो लगेगा और बिजली सप्लाई शुरू हो जाएगी।