रक्त का कोई जाति या धर्म का नहीं होता: रामकुमार तुसीर

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रक्तदान शिविर में 100 लोगों ने किया स्वैच्छिक रक्तदान

 

एस• के• मित्तल      

सफीदों, श्री सालासर सेवा समिति ट्रस्ट के तत्वावधान में नगर के ऐतिहासिक नागक्षेत्र सरोवर हाल में रविवार को विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस रक्तदान शिविर में मुख्यातिथि लेखक एवं वरिष्ठ पत्रकार रामकुमार तुसीर रहे। वहीं पालिका चेयरपर्सन प्रतिनिधि संजय बिट्टा व सिटी थाना प्रभारी सुरेश कुमार ने विशेष रूप से शिरकत की।

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इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष सूरज कुमार ने आए हुए अतिथियों का अभिनंदन किया। अतिथियों ने रक्तदाताओं को बैज लगाकर उनका हौसला बढ़ावा। रैडक्रॉस सोसाइटी जींद की टीम ने पहुंचकर रक्तदाताओं का रक्त संग्रहित किया। शिविर में करीब 100 रक्तदाताओं ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। अतिथियों ने रक्तदाताओं को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। अपने संबोधन में मुख्यातिथि लेखक एवं पत्रकार रामकुमार तुसीर ने कहा कि रक्तदान करना महादान है और यह बड़ा सुंदर अवसर है कि जब इतने बड़े पुण्य का कार्य मंदिर प्रांगण में भगवान के चरणों में किया जा रहा हो। रक्त का कोई जाति या धर्म का नहीं होता है और सबका रक्त एक समान है। जरूरतमंद को आपातकाल में खून चढ़ाते वक्त यह नहीं देखा जाता कि यह किस जात व धर्म का है।

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उन्होंने कहा कि रक्तदान को लेकर फैली भ्रांतियों में सत्यता नहीं है। युवाओं को किसी भी प्रकार के भ्रम में नहीं फंसकर बढ़-चढ़कर रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान से किसी भी तरह की कोई शारीरिक कमजोरी नहीं आती। उन्होंने कहा कि शरीर के अंदर रक्त बनता रहता है। रक्तदान से स्वास्थ्य अच्छा रहता है। वहीं पालिका चेयरपर्सन प्रतिनिधि संजय बिट्टा ने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है।

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इंसान द्वारा किया गया रक्तदान किसी जरूरतमंद की जान बचा सकता है। इस संसार में वैज्ञानिकों ने हर चीज का तोड निकाल लिया है लेकिन रक्त का कोई विकल्प आजतक तैयार नहीं हो पाया है। रक्त की पूर्ति मानव के द्वारा दान दिए गए रक्त से हो सकती है। इसलिए हम सबको रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए।

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