हरियाणा के यमुनानगर के हथिनी कुंड बैराज से ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद निचले क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। दोपहर बाद यूपी बॉर्डर पर अमृतसर-सहारनपुर रेलवे ट्रैक को भी पानी से नुकसान पहुंचा है। रेलवे ट्रैक कई फीट नीचे धंस गया।
अमृतसर बनमखी मेल एक्सप्रेस को यमुनानगर कलानौर रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर रोका गया है। रेल यात्री बीच रास्ते में फंसे हुए हैं। इसके साथ ही कई अन्य ट्रेनों को भी विभिन्न स्टेशनों पर रोके जाने की खबरें आ रही हैं। ट्रैक को ठीक करने के लिए रेलवे अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे हैं।
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अमृतसर बनमखी मेल एक्सप्रेस ट्रेन में फंसे यात्री।
बता दें कि पहाड़ों पर हुई बारिश के बाद यमुना में जल स्तर बढ़ गया है। हथिनी कुंड बैराज में रात को पानी का स्तर 2 लाख 96 हजार क्यूसेक को पार गया था। इसके बाद से ही हरियाणा की नहरों में पानी बंद कर करीब ढाई लाख क्यूसेक पानी यमुना में दिल्ली की तरफ छोड़ा गया है। पानी की विकराल लहरों ने अब मैदानी इलाकों में असर दिखाना शुरू कर दिया है। मैदानी इलाके से लेकर रेल ट्रैक तक इसकी चपेट में आ चुके हैं।
रेलवे ट्रैक को ठीक करने में लगे कर्मचारी।
यमुनानगर-उत्तरप्रदेश सीमा पर अमृतसर सहारनपुर रेलवे ट्रैक पानी से प्रभावित हुआ है। ट्रैक कई फीट तक नीचे धंस गया। इसके बाद वहां से गुजर रही अमृतसर बनमखी मेल एक्सप्रेस ट्रेन को यमुनानगर के कलानौर रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर रोकना पड़ा। रेल में बैठे यात्री परेशान हो रहे हैं और दूसरे साधन तलाश में लगे हैं। रेल यात्रियों अंकित शर्मा व नरेश भागीरथी ने बताया कि उन्हें पता लगा है कि पानी आने की वजह से पटरी धंस गई है। यमुनानगर से आगे ट्रेन रोक दी गई है।
यमुनानगर में रेलवे ट्रैक धंसने से बीच रास्ते रोकी गई एक्सप्रेस ट्रेन।
बता दें कि पहाड़ों से लगातार हो रही बरसात के चलते हथिनी कुंड का जलस्तर रात से ही बढ़ना शुरू हो गया था और सुबह 2 लाख 96 हजार क्यूसेक पानी यहां रिकॉर्ड किया गया। जिसके बाद ये पानी जहां कई गांवों में मार कर रहा है तो वही रेल ट्रैक भी इसकी वजह से धंस गया। ट्रैक को सही करने का काम लगातार जारी है। वही इसकी वजह से रेल यातायात इस मार्ग पर ठप हो गया है।
हथिनी कुंड बैराज में रात 10 बजे के बाद से जल स्तर बढ़ना शुरू हो गया था। जिसके बाद छोटी नहरों को बंद करके हथिनी कुंड बैराज के सभी गेट खोल दिए गए। उसके बाद भी पानी लगातार बढ़ता रहा। सोमवार सुबह भी 2 लाख 96 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हुआ है।
हरियाणा की नहरों को किया बंद
एसई ने बताया कि बैराज में 70 हजार क्यूसेक पानी से अधिक पानी होने के बाद इसके गेट खोले जाते हैं। इसे मिनी फ्लड कहा जाता है। उसके बाद हरियाणा की विभिन्न नहरों का पानी बंद कर दिया जाता है और सारा पानी यमुना नदी में ही छोड़ा जाता है। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन तैयार है। निचले इलाकों में सूचना भिजवाई गई हैं। प्रशासन पूरी नजर बनाए हुए है।
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लगातार बढ़ रहा यमुना का जलस्तर
सोमवार दोपहर 12 बजे तक हथिनी कुंड बैराज पर पानी की स्थिति 2 लाख 21 हजार 786 क्यूसेक पानी की है। अब हथिनी कुंड बैराज पर यमुना के जल की स्थिति 2 लाख 96 हजार 786 क्यूसेक की है। हालात बिगड़ने पर हथिनी कुंड बैराज के गेट फिर से खोले जाएंगे।