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अमेठी में एक जूनियर प्राइमरी स्कूल है। गांव के एकदम किनारे और खेतों के बीचो-बीच। बारिश हो जाए, तो स्कूल तक पहुंचने के लिए 2 फीट पानी से होकर गुजरना पड़ेगा। 3 साल पहले तक इस स्कूल में कभी 5, तो कभी 6 बच्चे आते थे। फिर एक जादू हुआ। ये जादू अच्छी सुविधा और बेहतर पढ़ाई को लेकर था। असर कर गया। बच्चों की संख्या इतनी बढ़ी कि क्लास फुल रहने लगी।
इन बच्चों के पास सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं है, बल्कि जेंडर
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