दिवाली में बस कुछ ही दिन बचे हैं और प्रदूषण पहले सामान्य कैटेगरी से पार पहुंच गया है। पर्यावरण को बचाने के लिए राजकोट में रहने वाले एक परिवार ने नए तरह के पटाखे बनाए हैं। यह पटाखे चॉकलेट से बने हैं जो खाएं जा सकते हैं। चॉकलेट पटाखे बनाने वाली खुशबू गोस्वामी बताती हैं कि अनार, चकरी, रॉकेट समेत कुल सात प्रकार की चॉकलेट बनाई जाती हैं, इसमें घर की सामग्री का ही इस्तेमाल किया जाता है और पटाखों की शेप दी जाती है। दिवाली के पहले से ही अनार, रॉकेट के ऑर्डर ज्यादा मिलने लगते हैं। बच्चों को पटाखों जैसी दिखने वाली चॉकलेट काफी पसंद आती हैं।
.सफीदों की जनता ने उनका हर कदम पर साथ दिया: बचन सिंह आर्य आर्य सदन में कार्यकर्त्ताओं की बैठक संपन्न