कहते हैं बच्चे अपने पिता की परछाई होते हैं। उन्हें बचपन से जो सीख मिलती है, वह बड़े होकर उसी राह पर चलते हैं। माफिया विजय मिश्रा के पास इतनी अकूत दौलत थी कि वह बच्चों को अच्छी परवरिश दे सकता था, लेकिन उसकी काली परछाई ने बेटे विष्णु को जुर्म के रास्ते पर ढकेल दिया।
माफिया के गैंगस्टर बेटे पर 2009 में धोखाधड़ी का आरोप लगा।