मानेसर में जमीन अधिग्रहण के विरोध में महापंचायत: सरकार पर बरसे किसान नेता, 9 अक्टूबर को अगली महापंचायत का लिया फैसला

230
Quiz banner
Advertisement

 

 

  • अब 22 सितंबर को होगी किसानों व एचएसआईआईडीसी अधिकारियों के साथ बैठक

जिले के मानेसर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव कासन, सहरावन, कुकडोला, फजलवास, पूखरपुर, मोकलवास, खरखड़ी, बासलांबी की 1810 एकड़ व 1128 एकड़ भूमि अधिग्रहण मामले में रविवार को जमीन बचाओ किसान बचाओ संघर्ष कमेटी द्वारा ने जिले के गांव पंचगांव चौक पर विशाल महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत की अध्यक्षता धर्मसिंह नंबरदार बादशाहपुर ने की।

करनाल तहसील रिश्वत प्रकरण मामला: दो की गिरफ्तारी के बाद अन्य कर्मचारी भी शक के दायरे में, विभाग में मचा हड़कंप

महापंचायत को देखते हुए प्रदेश सरकार की ओर से एडीसी मौके पर पहुंचे और किसानों को निमंत्रण दिया कि 22 सितम्बर को एचएसआईआईडीसी के अधिकारियों के साथ चंडीगढ़ में बैठक कराई जाएगी, जिसमें किसान अपना पक्ष रखें। महापंचायत में शामिल किसानों ने निर्णय लिया कि वे चंडीगढ़ न जाकर 22 सितम्बर को गुड़गांव में ही अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।इस दौरान किसान नेताओं ने ऐलान किया कि यदि उनकी मांगें फिर भी नहीं मानी जाती हैं तो वे 9 अक्तूबर को पचगांव चौक पर फिर से महापंचायत करेंगे और हाइवे के ट्रैफिक जाम करने से भी गुरेज नहीं करेंगे। वे अपनी मांगों को मजबूती के साथ उठाएंगे।

 

छ शरारती तत्वों द्वारा गांव के शिव मंदिर के प्रवेश द्वार पर शिव मंदिर बुटानखेड़ी की जगह बतानखेड़ी लिख दिया

महापंचायत में शामिल किसान नेताओं ने प्रदेश सरकार की किसानों के प्रति नकारात्मक रवैया से खफा होकर कहा कि प्रदेश सरकार अपने आपको किसान हितैषी बताती है, लेकिन मानेसर क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ जो अन्याय किया जा रहा है, उससे साफ होता है कि सरकार पूरी तरह से किसानों का सुरक्षित नहीं रख रही है। जब किसान अपनी जमीनों को नहीं बेचना चाहते तो फिर सरकार क्यों उन पर जबरदस्ती दबाव बना रही है।

 

खबरें और भी हैं…

.
करनाल में रिश्वतखोर तहसीलदार-रीडर गिरफ्तार: जमीन की गिरदावरी को ठीक करवाने की एवज में मांगे 20 हजार, विजिलेंस ने पकड़े

.

Advertisement