महेंद्रगढ़ सरकारी अस्पताल में फार्मासिस्ट ने की खुदकुशी: होम्योपैथिक फार्मेसी में तैनात था; दफ्तर में ही लगाया फंदा, सुसाइड नोट बरामद

59
Quiz banner
Advertisement

महेंद्रगढ़ नागरिक अस्पताल में सुसाइड करने वाले फार्मासिस्ट की बॉडी मॉर्चरी में रखी गई है। रविवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा।

हरियाणा के महेंद्रगढ़ में सरकारी फार्मासिस्ट ने अपने दफ्तर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना महेंद्रगढ़ के नागरिक अस्पताल में हुई। खुदकुशी करने वाले का नाम अशोक खेड़ा है। वह होम्योपैथिक फार्मासिस्ट था। घटना की जानकारी मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने अशोक खेड़ा के पारिवारिक सदस्यों की मौजूदगी में बॉडी को फंदे से नीचे उतरवाया। अशोक खेड़ा से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ।

हरियाणा ऑफिसों में अब छलकेगें जाम: कंपनियां कैंपस में ही बना सकेंगी बार; पार्टियों में भी जाम छलकाने से कोई रोक नहीं होगी

महेंद्रगढ़ जिले के खेड़ा गांव के रहने वाले अशोक खेड़ा की उम्र 45 साल थी। वह होम्योपैथिक फार्मासिस्ट था और इन दिनों महेंद्रगढ़ नागरिक अस्पताल में तैनात था। शनिवार को सरकारी ड्यूटी खत्म होने के बाद अशोक खेड़ा ने अस्पताल स्थित अपने दफ्तर में ही पंखे से फांसी लगा ली। फंदा बनाने के लिए उसने अपने एप्रेन का इस्तेमाल किया।

महेंद्रगढ़ नागरिक अस्पताल में होम्योपैथिक विभाग के दफ्तर में फंदे पर झूलती फार्मासिस्ट की बॉडी

महेंद्रगढ़ नागरिक अस्पताल में होम्योपैथिक विभाग के दफ्तर में फंदे पर झूलती फार्मासिस्ट की बॉडी

सुबह होगा पोस्टमार्टम

नागरिक अस्पताल में फार्मासिस्ट के सुसाइड की खबर फैलते ही सेहत महकमे के अधिकारी और पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। अशोक खेड़ा के भाई भी सूचना मिलते ही अस्पताल पहुंच गए। पुलिस ने उनकी मौजूदगी में अशोक खेड़ा की बॉडी को फंदे से नीचे उतरवाकर नागरिक अस्पताल की मॉर्चरी में रखवा दिया। बॉडी का पोस्टमार्टम रविवार सुबह किया जाएगा। अशोक के परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा और एक बेटी है।

आईपीएल 2023, डीसी बनाम पीबीकेएस इमोशनल रोलरकोस्टर: प्रभासिमरन सिंह ने वीर पारी खेली, हरप्रीत बराड़ ने दिल्ली को चारों ओर घुमाया और डेविड वार्नर ने 50 रनों की तेज पारी खेली

पुलिस को मृतक से सुसाइड नोट भी मिला जिसे एसएचओ ने अपने कब्जे में ले लिया। इस पर रविवार को आगे जांच शुरू की जाएगी। परिवार के सदस्यों के अनुसार, उन्हें भी खुदकुशी के कारणों का कोई अंदाजा नहीं है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

 

खबरें और भी हैं…

.
चिरायु कार्ड बनाने में पानीपत प्रदेश में 5वें नंबर पर: साढ़े 5 माह में 4,270 मरीजों ने 8.44 करोड़ रुपए का इलाज लिया

.

Advertisement