कैश फॉर क्वेरी के आरोपों से घिरीं TMC सांसद महुआ मोइत्रा एक और विवाद में फंस गईं। महुआ ने 27 अक्टूबर को एथेक्स कमेटी को एक लेटर लिखा जिसमें उन्होंने 31 अक्टूबर को पेश न होने की बात कही।
हालांकि इस लेटर में महुआ से एक गलती हो गई। उन्होंने पत्र में निशिकांत का जिक्र करते हुए उनका नाम गलती से दुबे से दुबई लिख दिया। जिसको लेकर भाजपा सांसद निशिकांत ने सोशल मीडिया पर महुआ पर तंज कसा।
निशिकांत ने लिखा- आरोपी सांसद के उपर दुबई का इतना नशा है कि मेरा भी नाम एथेक्स कमेटी के चेयरमैन को लिखे पत्र में दुबई कर दिया है। मोहतरमा ने मेरा दुबे नाम बदलकर अपने मानसिक स्थिति का वर्णन कर दिया है। हाय रे क़िस्मत?
भाजपा सांसद ने महुआ को दुबई दीदी पुकारा
भाजपा सांसद ने X पर एक और पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने लिखा, दुबई दीदी ने कुछ लोगों को क्रॉस एग्जानिमेशन के लिए कहा,लोकसभा के नियमों के तहत विटनेस कोर्ट, कचहरी, हल्ला गुल्ला से प्रोटेक्टेड है। खाता ना बही दुबई दीदी जो कहे वही सही। जबाब राष्ट्रीय सुरक्षा व भ्रष्टाचार का चाहिए, यहॉ तो अखाड़ा की तैयारी है।
दुबे बोले- डिग्री वाली ने चंद पैसों के लिए देश की सुरक्षा बेच दी
निशिकांत ने आगे पोस्ट करते हुए लिखा, जब संसद का मेल आईडी या मेंबर पोर्टल किसी सांसद को मिलता है तो हम NIC के साथ एक करार करते हैं,जिसका पहला ही बिंदु यह है कि इस मेल आईडी, पासवर्ड को गोपनीय रखा जाएगा किसी के साथ साझा नहीं किया जाएगा । मैंने तो सोच समझकर इस करार पर हस्ताक्षर किया। डिग्री वाली ने पढ़ा कि नहीं या चंद पैसों के लिए देश की सुरक्षा बेच दी?
अब पढ़िए 27 अक्टूबर को पैनल को भेजे लेटर में महुआ ने क्या-क्या लिखा…
- आरोपों की गंभीरता को देखते हुए और न्याय के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए। यह जरूरी है कि मुझे हीरानंदानी से जिरह करने के अपने अधिकार का प्रयोग करने की अनुमति दी जाए।
- महुआ ने पैनल से आग्रह किया कि वे हीरानंदानी को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए कहें और उन्होंने मुझे जो गिफ्ट दिए हैं। उसकी लिस्ट पैनल के सामने रखें।
- महुआ ने आगे लिखा- हीरानंदानी के मौखिक साक्ष्यों को दर्ज किए बिना उनके खिलाफ कोई भी जांच अधूरी होगी। इसके लिए हीरानंदानी का पैनल के सामने आना जरूरी है।
- TMC सांसद ने आगे लिखा, 30 अक्टूबर से 4 नवंबर के बीच विजयादशमी के बाद के कार्यक्रमों में वह बिजी रहेंगी। इसलिए 31 अक्टूबर को दिल्ली नहीं आ सकतीं।
कमेटी ने गृह मंत्रालय से महुआ के पिछले 5 सालों के फॉरेन टूर का ब्योरा मांगा
इससे पहले 26 अक्टूबर को एथिक्स कमेटी ने दोपहर में करीब 3 घंटे की मीटिंग की थी। कमेटी ने आयकर विभाग और गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर महुआ मोइत्रा केस से जुड़ी जानकारी मांगी है।
कमेटी ने गृह मंत्रालय से महुआ के पिछले 5 सालों के फॉरेन टूर का ब्योरा मांगा है। कमेटी ये जांच करेगी कि महुआ देश के बाहर कहां-कहां गईं और उन्होंने इसके बारे में लोकसभा में जानकारी दी या नहीं। इसके बाद इनसे उनके सांसद ID पर लॉगइन का मिलान किया जाएगा। मोइत्रा से जुड़े विवाद में IT मंत्रालय से पहले ही जानकारी मांगी जा चुकी है।
क्या है पूरा मामला
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने 15 अक्टूबर को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने महुआ पर आरोप लगाए थे कि महुआ ने संसद में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे और तोहफे लिए थे। इस मामले को स्पीकर ने एथिक्स कमेटी को भेज दिया।
निशिकांत ने 21 अक्टूबर को महुआ पर एक और गंभीर आरोप लगाया। निशिकांत ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में लिखा- कुछ पैसे के लिए एक सांसद ने देश की सुरक्षा को गिरवी रख दिया। मैंने इसे लेकर लोकपाल से शिकायत की है।
उन्होंने कहा कि दुबई से संसद की ID खोली गई, जबकि उस वक्त वो कथित सांसद भारत में ही थीं। इस नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) पर पूरी भारत सरकार है। देश के प्रधानमंत्री, वित्त विभाग, केन्द्रीय एजेंसी यहां हैं। क्या अब भी TMC व विपक्षी दलों को राजनीति करनी है। निर्णय जनता का है। NIC ने यह जानकारी जांच एजेंसी को दे दी है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
केस से जुड़े 4 किरदार…
1. महुआ मोइत्राः अमेरिका में पढ़ीं, लंदन में नौकरी और बंगाल में राजनीति
इस केस की मुख्य पात्र महुआ मोइत्रा हैं, जिन पर सारे आरोप हैं। TMC सांसद महुआ मोइत्रा मूलत: बैंकर हैं। बेसिक एजुकेशन के बाद मोइत्रा हायर एजुकेशन के लिए अमेरिका गईं। बाद में उनकी नौकरी लंदन के एक प्रतिष्ठित बैंक में लगी।
कुछ सालों में उनका नौकरी से मोह भंग हुआ और वे राजनीति में कूदीं। उन्होंने 2016 में पहला चुनाव पश्चिम बंगाल के करीम नगर विधानसभा से जीता था। 2019 में वे TMC के टिकट पर कृष्णानगर से लोकसभा चुनाव लड़ी और जीतीं।
2. निशिकांत दुबेः राजनीति में आने से पहले कॉर्पोरेट वर्ल्ड में थे
इस कहानी में दूसरा अहम किरदार भाजपा सांसद निशिकांत दुबे का है। 15 अक्टूबर को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने महुआ पर आरोप लगाए थे कि महुआ ने संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे और तोहफे लिए थे।
गोड्डा झारखंड से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने 2009 में राजनीति में कदम रखा था। इससे पहले वे एस्सार ग्रुप में कॉर्पोरेट हेड थे। उन्होंने 2009 में गोड्डा से पहला चुनाव जीता था। इसके बाद 2014 और 2019 में भी जीत हासिल की।
3. दर्शन हीरानंदानी: रियल एस्टेट कंपनी हीरानंदानी ग्रुप के CEO, अडाणी ग्रुप के कॉम्पिटिटर
42 वर्षीय दर्शन हीरानंदानी ने एक लेटर लिखकर महुआ पर और आरोप मढ़े हैं। दर्शन मुंबई बेस्ड रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी हीरानंदानी ग्रुप के CEO हैं। उनके पिता रियल एस्टेट टाइकून निरंजन हीरानंदानी हैं।
दर्शन डेटा सेंटर, क्लाउड कम्प्यूटिंग, तेल और गैस, लॉजिस्टिक, वेयरहाउस जैसी कई कंपनियों के प्रेसिडेंट हैं, जो हीरानंदानी ग्रुप के अंडर में हैं। दर्शन ने न्यूयॉर्क के रोचेस्टर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से MBA और BSc की डिग्री ली है। हीरानंदानी ग्रुप अडाणी ग्रुप का कॉम्पिटिटर है।
4. जय अनंत देहाद्राई: महुआ पर आरोप लगाने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकील
जय अनंत देहाद्राई सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक जय अनंत देहाद्राई और महुआ मोइत्रा दोनों पहले दोस्त थे, बाद में दोनों में झगड़ा हो गया। मोइत्रा ने पिछले छह महीनों में आपराधिक अतिक्रमण, चोरी, अश्लील संदेश और दुर्व्यवहार के लिए देहाद्राई के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी। दूसरी ओर, अनंत ने CBI में मोइत्रा के खिलाफ सबूत देकर शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद यही सबूत BJP सांसद निशिकांत दुबे के माध्यम से पेश कर संसद में शिकायत दर्ज कराई गई है।
महुआ मोइत्रा के संसद में 62 सवाल, 9 अडाणी से जुड़े
2019 में सांसद बनने के बाद से महुआ मोइत्रा ने पार्लियामेंट में 28 केंद्रीय मंत्रालयों से जुड़े 62 सवाल पूछे हैं। इनमें पेट्रोलियम से लेकर कृषि, शिपिंग, नागरिक उड्डयन, रेलवे आदि शामिल हैं।
sansad.in की वेबसाइट के मुताबिक, 62 सवालों में से सबसे ज्यादा 9 सवाल पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के लिए थे, उसके बाद वित्त के लिए आठ सवाल थे।
कुल 62 में से 9 सवाल अडाणी समूह से संबंधित थे। इनमें से छह सवाल पेट्रोलियम मंत्रालय के लिए और एक-एक सवाल वित्त, नागरिक उड्डयन और कोयला मंत्रालयों के लिए था।
आरोप सही साबित हुए तो महुआ को सजा क्या मिलेगी
जिस भी सांसद पर ऐसे आरोप लगते हैं उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाता है। कमेटी जांच करेगी कि क्या ये किसी खास के हित में या उसके बिजनेस को लाभ पहुंचाने के लिए पूछे गए हैं। पूरी जांच कर एथिक्स कमेटी अपनी रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष को देगी।
अगर इसमें किसी भी तरह की सजा की सिफारिश की जाती है तो संसद में रिपोर्ट रखे जाने के बाद सहमति के आधार पर उस सांसद के खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है। वहीं स्पीकर को भी ये अधिकार है कि वो सेशन नहीं चल रहा हो तो कार्रवाई को लेकर फैसला ले सकते हैं।
ये खबर भी पढ़ सकते हैं…
महुआ मोइत्रा के वकील केस से हटे:मामला बाहर सेटलमेंट करने का आरोप था; जज बोले- हैरान हूं, आप वकील हैं या मीडिएटर
संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप में घिरीं TMC सांसद महुआ मोइत्रा के वकील गोपाल शंकरनारायणन केस की सुनवाई से हट गए हैं। महुआ ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था, जिस पर आज दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। पढ़ें पूरी खबर…
BJP सांसद बोले- महुआ मोइत्रा ने पैसे लेकर सवाल पूछे:TMC सांसद का जवाब- ऐसे प्रस्तावों का स्वागत, ED मेरे घर पहुंच सकती है
झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया है। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को लिखी चिट्ठी में दुबे का आरोप है कि महुआ मोइत्रा को सदन में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से गिफ्ट और कैश मिला। पूरी खबर पढ़ें…
.
फरीदाबाद में पटाखे से मैरिज पैलेस जलकर खाक,VIDEO: अंदर शादी समारोह चल रहा था; आग देख खाना-डांस छोड़ बाराती जान बचाकर भागे
.