किसानों का अल्टीमेटम: बिजली नहीं मिली तो देंगे पावर हाऊसों पर धरना
एस• के• मित्तल
सफीदों, बिजली आपूर्ति में दिक्कत के चलते उपमंडल के गांव मुआना के काफी तादाद में किसान नगर के बिजली घर पहुंचे और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
किसान महावीर, विक्रम सहित अन्य किसानों का कहना था कि धान का सीजन सिर पर है लेकिन उन्हे समुचित बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है। हरियाणा सरकार का दावा है कि किसानों को 8 घंटे बिजली दी जाएगी लेकिन उन्हे केवल 3 से 4 घंटे ही बिजली मिल रही है। बिजली ना मिल पाने के कारण उनके खेतों में पानी नहीं पहुंच रहा और पानी ना होने के कारण धान की रोपाई नहीं हो पा रही। किसानों का कहना था कि बिजली के बिना हजारों प्रवासी मजदूर मुआना गांव के खेतों में बैठे है। रोपाई का कार्य ना होने के कारण किसानों को उन्हे खाने-पीने के अलावा बैठे-बिठाए दिहाड़ी देने पड़ रही है।
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इसके इलावा ये मजदूर मोटी रकम एडवांस में लेकर उनके खेतों में धान रोपने के लिए आए हुए हैं। अगर बिजली आपूर्ति नहीं हुई और खेतों को पानी नहीं मिला तो ये मजदूर वापिस लौट जाएंगे और सफीदों हलके के सबसे बड़े गांव मुआना का बहुत बड़ा रकबा धान की रोपाई बिना रह जाएगा। किसानों ने बताया कि उन्हे जो 3-4 घंटे बिजली मिल रही है, वह भी रात को मिल रही है। रात को बिजली खराब हो जाती है तो कोई लाईनमैन व जेई मौके पर नहीं पहुंचता और ना ही उनके फोन रिसिव करते हैं। जिसके कारण तो थोड़ी बहुत धान लगने की आस होती है तो वह भी टूट जाती है। किसानों का कहना था कि उनकी बिजली गांव सिंघाना स्थित पावर हाऊस से दी जा रही है। वहां से उनके साथ बिजली वितरण में भेदभाव किया जाता है। सिंघाना सहित इससे जुड़े अन्य गांवों को दिन में बिजली दी जाती है और केवल मुआना गांव के किसानों को रात में बिजली दी जा रही है।
रात में किसान रोपाई के लिए तैयारी करते है इतने में कहीं ब्रेकडाऊन हो जाता है। किसानों ने बताया कि वे सफीदों में इस समस्या को लेकर एसडीओ से मिलने के लिए आए थे लेकिन वे किसी मीटिंग में गए हुए बताए गए। किसानों ने साफ किया कि अगर उन्हे पूरी 8 घंटे बिजली नहीं मिली तो वे इस क्षेत्र के बिजली घरों के बाहर धरना देंगे।