सुख सागर कथा से पहले कल 6 जुलाई को मां जयंती देवी को लेकर निकलेगी शोभा यात्रा
एस• के • मित्तल
जींद, गुप्त नवरात्रों के पावन दिनों में शहर के महाभारत कालीन जयंती देवी मंदिर में भक्ति श्रद्धा, उल्लास के तौर पर उत्सव मनाया जाएगा। बरसों पहले नगर में सोने से बनी हुई मां जयंती देवी की प्रतिमा को लेकर हजारों लोग शोभा यात्रा निकालते थे। भले ही अब मंदिर में सोने की प्रतिमा ना हो, किंतु माता का दीदार शहर का हर व्यक्ति कर सकें, इसके लिए इस बार शहर में शोभा यात्रा निकालने का फैसला किया हैं।
जींद, गुप्त नवरात्रों के पावन दिनों में शहर के महाभारत कालीन जयंती देवी मंदिर में भक्ति श्रद्धा, उल्लास के तौर पर उत्सव मनाया जाएगा। बरसों पहले नगर में सोने से बनी हुई मां जयंती देवी की प्रतिमा को लेकर हजारों लोग शोभा यात्रा निकालते थे। भले ही अब मंदिर में सोने की प्रतिमा ना हो, किंतु माता का दीदार शहर का हर व्यक्ति कर सकें, इसके लिए इस बार शहर में शोभा यात्रा निकालने का फैसला किया हैं।
यह जानकारी देते हुए मंदिर पुजारी नवीन कुमार शास्त्री ने बताया कि कलश यात्रा की अगुवाई में नगर परिक्रमा के बाद माता की प्रतिमा को मंदिर में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कलश यात्रा के साथ मां जयंती की पालकी व शोभा यात्रा का आयोजन करने का फैसला श्रद्धालुओं ने लिया हैं। यह कलश यात्रा 6 जुलाई को रानी तालाब मंदिर होती हुई शाम को जयंती देवी मंदिर में पहुंचेगी। इसी के साथ मंदिर में मानव कल्याण एवं सुख-समृद्धि के लिए श्रीसुख सागर कथा का आयोजन लगातार 12 जुलाई तक चलेगा। 12 जुलाई को कथा के समापन पर मंदिर परिसर में शाम को विशाल भंडारे का आयोजन भी होगा।
श्रद्धालु सुनील शांडिल्य, सुभाष शर्मा, अमित बतरा, राजकुमार वर्मा, दीपक कौशिक, फूलकुमार, सुनील गोयल, सोमबीर मलिक, डॉ. दिनेश, अजय भोला, राजेंद्र शर्मा, कृष्ण लाल, विजय गोयल, दिनेश लखीना, अजमेर गौतम ने कहा कि बरसों बाद शहर में मां जयंती देवी को साथ लेकर निकाली जा रही यह शोभा यात्रा हर किसी के आकर्षण का केंद्र बनेगी।