बदहाल डिस्पेंसरी के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दिया ये जवाब, बताई सरकार की तैयारी

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अंबाला. हरियाणा में बदहाल ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य चिकित्सा केंद्रों की काया पलटने वाली है, क्योंकि हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज इसके लिए मास्टर प्लान ला रहे हैं. अंबाला के गांव पिलखनी में जर्जर हुई एक डिस्पेंसरी पर जब विज से सवाल किया गया तो उन्होंने बड़ी जानकारी दी और कहा की अंबाला नहीं पूरे हरियाणा के चप्पे-चप्पे की मैपिंग करवाई जाएगी और डिमांड नहीं नीड बेस्ड सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी.

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हरियाणा का स्वास्थ्य विभाग कोरोना काल में अपनी बेहतरीन सेवाओं के लिए भले ही तारीफ हासिल कर चुका हो, लेकिन अंबाला के गांव पिलखनी के बाशिंदे आज भी मूलभूत चिकित्सा सेवाओं के लिए तरस रहे हैं. पिलखनी में एक ही डिस्पेंसरी थी, जो जर्जर जर्जर होने के बाद बंद कर दी गई. जिस इमारत में कभी डिलीवरी से लेकर खांसी बुखार का इलाज होता था, उसी इमारत की छत पर अब पेड़ उग चुके हैं, जिसके कारण कभी भी हादसा हो सकता है. खंडहर हुई. डिस्पेंसरी बंद होने से सबसे ज्यादा परेशानी गांव के बड़े-बूढ़ों को हो रही है, जिन्हें छोटी-छोटी बीमारी के लिए कई किलोमीटर दूर अंबाला छावनी जाना पड़ता है.

पिलखनी गांव की डिस्पेंसरी की बदहाली स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंची

अंबाला के गांव पिलखनी की डिस्पेंसरी की बदहाली और गांव वालों की परेशानी को जब स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज तक पहुंचाया गया तो विज ने बड़ी जानकारी दे डाली. विज ने कहा कि मैं पूरे हरियाणा की मैपिंग करवा रहा हूं, जिससे पता लग सके की कहां-कहां और किस किस स्तर की मेडिकल फेसिलिटी की आवश्यकता है. अभी डिमांड बेस्ड डिस्पेंसरियां और अस्पताल खुले हुए हैं, मैं नीड बेस्ड (जरूरत) के अनुसार अस्पताल खोलना चाहता हूं. इसके लिए टेंडर भी फ्लोट हो चुका होगा.

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अस्पतालों की मैपिंग के लिए सरकार हॉयर कर रही है एजेंसी 

विज ने कहा, “कहां पीएचसी खोलनी है, कहां सीएचसी खोलनी है, कहां 100 या 200 बेड का अस्पताल खोलना है, कहां आईसीयू होना चाहिए? कहां पर कितनी मशीनरी होनी चाहिए, कहां कितने डाक्टर या नर्सें होनी चाहिए? इस सब के लिए एजेंसी हायर की जा रही है जो इन सब चीजों की मैपिंग करेगी.” विज ने ये भी माना की जहां-जहां राजनीतिक नुमाइंदों का ज्यादा जोर था, वहां 5 किलोमीटर में ही दो या तीन डिस्पेंसरी खोल दी गईं, कहीं कई कई किलोमीटर तक कोई अस्पताल ही नहीं है.

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