मंगलवार को संसद भवन से बाहर आकर पत्रकार के सवाल का जवाब देते फारूख अब्दुल्ला।
नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ और जम्मू कश्मीर के पूर्व CM फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर पर पूछे गए सवाल पर कहा- जम्मू-कश्मीर जहन्नुम में जाए। फारूक संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेने के बाद बाहर निकले थे।
पत्रकार ने जम्मू-कश्मीर से जुड़ा सवाल पूछा था। जिस पर उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा वो क्या कहेंगे। फारूक बोले- उसे वहीं ले गए हैं आप लोग। लोगों के दिल तो जीतने हैं, लेकिन कैसे। जब आप ऐसी-वैसी चीजें करेंगे जिससे लोग और भी दूर जाएं तो यह कैसे होगा।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा- मैंने कश्मीर में आग नहीं लगाई है।
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार का फैसला कायम रखा
जम्मू-कश्मीर पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सर्वसम्मति से विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के सरकार के फैसले को कायम रखा था। साथ ही कहा था कि यथाशीघ्र राज्य का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए। उसे अगले साल 30 सितंबर तक विधानसभा चुनाव कराने के लिए कदम उठाने चाहिए।
विवाद होने पर दी सफाई
फारूक के बयान पर विवाद शुरू हुआ तो अब्दुल्ला ने भाजपा से सवाल पूछकर सफाई दी। उन्होंने भाजपा पर धरती के स्वर्ग को नरक में बदलने का आरोप लगाया।अब्दुल्ला ने अपने स्पष्टीकरण में जम्मू-कश्मीर के बंटवारे और पिछले चार वर्षों से चुनाव न कराने सहित कई मुद्दे उठाए। अब्दुल्ला ने कहा,मैंने कश्मीर में आग नहीं लगाई है। जम्मू-कश्मीर स्वर्ग था। इसे नरक में किसने बदल दिया? क्या हम दिल जीत पाए हैं? अगर देश में कहीं भी चुनाव हो सकते हैं, तो कश्मीर में क्यों नहीं?
भाजपा अब्दुल्ला सरकार और बाद की सरकारों पर जम्मू-कश्मीर के मामलों को गलत तरीके से हैंडल करने का आरोप लगाती रही है, जिसके कारण वहां आतंकवाद को बढ़ावा मिला।
अब्दुल्ला ने मीडिया के एक वर्ग पर देश में नफरत को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और सलाह दी कि मीडिया का इस्तेमाल दिल जीतने के लिए किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, हमारे बहुत सारे दुश्मन हैं और इस समय इस तरह की नफरत फैलाने से हम कमजोर ही होंगे।
नेहरू जिम्मेदार नहीं- फारूक
इससे पहले दिन में, अब्दुल्ला ने कहा था कि भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू अनुच्छेद 370 के लिए ज़िम्मेदार नहीं थे।
भाजपा बोली- ये I.N.D.I.A गठबंधन का असली चेहरा
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अब्दुल्ला के बयान पर प्रतिक्रिया में कहा, DMK ने आत्मनिर्णय की मांग की। अब फारूक यह कह रहे हैं। केवल इसलिए कि सुप्रीम कोर्ट ने 370 को निरस्त करने को बरकरार रखा। इससे परिवारवाद (भाई-भतीजावाद) और पत्थरबाजी (पत्थरबाजी) और पाकिस्तान परस्ती की राजनीति खत्म हो गई है।
उन्होंने X पर कहा कि यह है I.N.D.I.A गठबंधन का असली चेहरा। वे (अनुच्छेद) 370 वापस चाहते हैं और उन्हें जम्मू-कश्मीर की बिल्कुल भी परवाह नहीं है। अगर ऐसा नहीं है तो फिर I.N.D.I.A एलायंस को इस बयान की निंदा करनी चाहिए। नेशनल कॉन्फ्रेंस भी गठबंधन की मेंबर है।
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जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने का केंद्र सरकार का फैसला बरकरार रहेगा। सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की संविधान पीठ ने सोमवार को कहा – आर्टिकल 370 अस्थायी प्रावधान था। संविधान के अनुच्छेद 1 और 370 से स्पष्ट है कि जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। भारतीय संविधान के सभी प्रावधान वहां लागू हो सकते हैं। पढ़ें पूरी खबर…