हरियाणा के पानीपत जिले में चौटाला रोड स्थित एक हैचरी में बड़ा हादसा हो गया। फैक्टरी में पिता से मिलकर घर जा रहे एक और दो वर्षीय सगे भाइयों की करंट लगने से मौत हो गई। हल्की बारिश आने पर पिता ने दोनों बच्चों को घर भेज दिया था। रास्ते में उन्होंने एक दीवार को छू लिया, जिसमें करंट आने की वजह से दोनों की जान चली गई।
बच्चों को अचेत पड़ा देखकर लोग इकट्ठा हो गए। पहचान के बाद लोगों ने मां को हादसे के बारे में बताया तो वह बेहोश हो गई। सेक्टर 29 थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल के शवगृह में रखवाया, जहां पर सोमवार को उनका पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
यूं आया था दीवार में करंट
मूलरूप से बिहार के जिला बेगूसराय के गांव मधुरापुर निवासी रोहित ने बताया कि वह पानीपत में चौटाला रोड स्थित कर्ण देव हैचरी में लेबर क्वार्टर में रहते हैं। रविवार को वह फीड मिल में काम कर रहा था। शाम करीब 5 बजे उसका मंझला बेटा दो वर्षीय सनोज और एक वर्षीय अमर उसके पास आए। इसी बीच हल्की बारिश शुरू हो गई।
उसने दोनों को मम्मी शांति के पास जाने को कहा। वह दोनों घर की तरफ जा रहे थे। रास्ते में उन्होंने एक दीवार को छू लिया, जिसमें से करंट लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। रोहित ने बताया कि दीवार के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। बारिश में दीवार गिली होने की वजह उसमें अर्थ बना हुआ था, जिस वजह से यह हादसा हुआ।
दो साल पहले ही आए थे पानीपत
रोहित ने बताया कि वह दो साल पहले ही पानीपत आए थे। उनके तीन बच्चे हैं, जिनमें बड़ी बेटी 5 वर्षीय नंदनी है। दो बेटे सनोज और अमर थे। बच्चों की मौत की खबर सुनने के बाद मां शांति का रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार अपने दोनों बेटों को पुकार रही है। वहीं पिता खुद को दोष दे रहा है कि अगर वह बच्चों को जाने के लिए नहीं कहता तो शायद यह हादसा न होता।