हरियाणा के पानीपत जिले की बेटी को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित उसकी ससुराल में दहेज के लिए प्रताड़ित किया गया है। पति ने नपुंसकता का इलाज करवाया तो महिला को बेटी पैदा हुई। बेटी पैदा होने पर ससुरालियों ने उसे और भी प्रताड़ित किया। पति के पैर चटवाए।
अब महिला और बच्ची को घर में रखने के लिए पति ने 15 लाख की कीमत वाली कार की डिमांड की है। मायके वालों का कहना है कि वे शादी के वक्त 50 लाख रुपए दहेज दे चुके हैं। महिला का स्त्रीधन भी ससुरालियों ने कब्जा लिया है। अब वे और ज्यादा पैसे मांग रहे हैं, इतना कहां से लाएं।
आपसी तालमेल से ससुराली घर बसाने को तैयार नहीं हुए तो उनके खिलाफ पुलिस को शिकायत दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 323, 354A,406 498A, 506 व 34 के तहत केस दर्ज करके मामले की जांच पड़ताल और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
चरित्र पर करते थे शक, करवाई डॉक्टरी जांच
चांदनीबाग थाना पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-12 की रहने वाली एक महिला ने अपने पति, ससुर, सास, ननद और ननदोई पर दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कराया है। महिला ने बताया कि 7 दिसंबर 2017 को उसकी शादी गाजियाबाद निवासी युवक के साथ हुई थी। पिता ने 50 लाख रुपए दहेज दिया था।
इसके बावजूद ससुराली दहेज से खुश नहीं थे। शादी के करीब 20 दिन बाद ससुरालियों ने दहेज प्रताड़ना शुरू कर दी। वे मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना देते। पति चरित्र पर शक करता था व रोजाना उसका फोन चैक करता था।बार-बार कमेंट करता था कि तुम मेरी पसंद नहीं हो, मां-बाप के दबाव में शादी की है।
शादी के एक माह बाद पति, सास-ससुर ने जबरदस्ती उसके चरित्र पर शक करते हुए उसकी मर्जी के खिलाफ उसकी डॉक्टरी जांच करवाई, जबकि वह गर्भवती भी नहीं थी। ससुरालियों ने उस पर बांझ होने का आरोप लगाया, जबकि पति की डॉक्टरी जांच होने पर वह नपुंसक पाया गया था।
पति का इलाज करवाया गया तो वह गर्भवती हुई थी। इसके बाद आरोपियों ने भ्रूण लिंग जांच करवाने का दबाव बनाया। ससुर कभी भी उसके कमरे में घुस जाता था। ससुर-पुत्रवधु के रिश्ते की की मर्यादा को तार-तार करते हुए वह अभद्र भाषा में मासिक धर्म (पीरियडस) के बारे में पूछता था।
पति बोला चाहिए 15 लाख की कार
14 अगस्त 2020 को महिला ने एक बेटी को जन्म दिया। इसके बाद भी ससुरालियों ने उसे प्रताड़ित किया। उससे बिना बात के मारपीट की। धमकी दी कि अगर पति के पैर नहीं चाटेगी तो वह अपनी बेटी को लेकर मायके चली जाए। आरोपियों ने मारपीट करके बेटी पैदा होने की बात कहते हुए पति के पैर चटवाए।
कुछ दिनों बाद आरोपियों ने उसे जबरदस्ती पानीपत मायका भेज दिया। 10 जनवरी 2021 को मायका पक्ष से माता-पिता और भाई ससुरालियों से मिले और उनकी बेटी को परेशान करने का कारण पूछा, जिस पर उन्होंने 15 लाख कीमत की कार मांगी। मां-बाप ने देने में असमर्थता जताई तो पति आग-बबूला हो गया।
वह बोला कि तुम्हें प्रोफेसर किसने बनाया है। अगर लड़की का घर बसाना हैं तो मांग पूरी करनी पड़ेगी। फरवरी 2021 में आरोपी ससुरालियों ने बेटी पैदा होने की पिछली बात को लेकर फिर महिला से मारपीट की। दहेज में मिले आभूषण जब्त कर लिए। 4 जुलाई 2022 को महिला ससुराल पहुंची तो उसे अंदर नहीं घुसने दिया।