एस• के• मित्तल
सफीदोंं, उपमंडल के गांव रिटौली में पराली प्रबंधन को लेकर किसानों को जागरूक करने के लिए के.के. बिरला मैमोरियल सोसायटी और दा नेचर कन्सरवैंसी के संयुक्त तत्वावधान में किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में गांव के दर्जनों किसानों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र से इंजीनियर रवि एवं कृषि विभाग के एडीओ रविंद्र रेढू ने किसानों को पराली प्रबंधन के बारे में किसानों को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पराली प्रबंधन में उपयोग होने वाले आधुनिक कृषि उपकरणों हैप्पी सीडर, मलचर, रोटावेटर, रैक तथा बेलर इत्यादि के इस्तेताल से कृषि को प्रदूषण रहित और लाभकारी बनाया जा सकता है। पराली प्रबंधन अभियान से किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन में सहायता मिलेगी, मिट्टी की उर्वरता शक्ति बढ़ेगी, फसल उपज में भी सुधार होगा और किसान अपनी आमदनी भी बढ़ा सकेंगे। इस मौके पर दा नेचर कन्सरवैंसी के क्षेत्रीय प्रबंधक डा. हरमिंद्र सिंह ने भी किसानों का मार्गदर्शन किया।
इस अवसर पर आयोजक संस्थाओं के प्रतिनिधि महेंद्र गौरा, सूर्य कुमार अग्रवाल, साहिल शर्मा, सुनील प्रधान व नसीब ने किसानों को इस मुहिम में जुडऩे का आह्वान करते हुए बताया कि अवशेष प्रबंधन तथा पर्यावरण सुधार संबंधी अभियान हरियाणा राज्य के हिसार, फतेहाबाद, जींद और सोनीपत जिलों के 70 गांवों में चलाया जा रहा है।