हरियाणा में एक तरफ जहां सरपंच काली पट्टी बांधकर ई-टेंडरिंग पर सरकार के खिलाफ रोष जता रहे हैं, वहीं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली 23 जनवरी के अपने मधुर मिलन समारोह की तैयारी में लगे हैं। शुक्रवार को वे फतेहाबाद पहुंचे और समीपवर्ती गांव भोड़िया खेड़ा में एक जनसभा कर जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों को कार्यक्रम का न्योता दिया।
जजेपी नेताओं की दूरी
बबली ने इस दौरान फतेहाबाद के बड़े नेताओं पर वार किए। उनके साथ जेजेपी के मेडिकल प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सिवाच ने भी गुस्सा जाहिर किया। खास बात रही कि जेजेपी मंत्री के कार्यक्रम में जेजेपी के नेता नहीं दिखे। देवेंद्र बबली ने अपनी उपलब्धियां गिनाई और कहा कि हम सीएम की पहली पसंद है। यहां मौजूद जनप्रतिनिधि किसी के दबाव में न आए, आपका भाई मंत्री है।
जन प्रतिनिधि बहकावे में न आएं
उन्होंने कहा कि उनके विधायक बनने से पहले टोहाना के हालात अच्छे नहीं थे, लेकिन वे अब सुधार करवा रहे हैं और काम हो रहा है। सरपंचों की पावर बढ़ा दी गई है और रात को नोटिफिकेशन भी जारी कर दी गई है। सरपंचों को गुमराह किया जा रहा है, इसलिए जनप्रतिनिधि किसी के बहकावे में ना आएं।
यहां मंथली वसूलने वाला गिरोह
उन्होंने कहा कि फतेहाबाद में एक गिरोह बनाया हुआ है, जो मंथली वसूलते हैं, उन्हें इस बारे में शिकायत मिली है। 15 दिनों में अधिकारियों की बैठक लेंगे और कमिश्नरी लेवल पर भी विजिलेंस बनाएंगे। उन्होंने कहा कि मेरे शुभचिंतक मुझे अपना राजनीतिक प्रतिद्वंदी मानते हैं और इसलिए सरपंचों को मेरे खिलाफ भड़काया गया और मेरे खिलाफ लामबंद किया गया।
सरंपचों को मंत्री जैसी पावर
फतेहाबाद में पहले से स्थापित लोग अपने फायदे के लिए वोट लेना जानते हैं और राजा की तरह व्यवहार करते हैं। बबली ने कहा कि अब 60 दिन का काम 7 दिन में होगा। मंत्री की पावर सरपंचों को दी है, गांव को शहर जैसा विकास कराया जाएगा।