हरियाणा से राज्यसभा की दो सीटों के लिए मंगलवार को तीन उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए। इससे हरियाणा में रोचक स्थिति बन गई है। कांग्रेस-भाजपा के अलावा अंबाला से ताल्लुक रखने वाले पूर्व मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा ने राज्यसभा के लिए निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर नामांकन भरा।
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कार्तिकेय शर्मा ने प्रदेश के निर्दलीय विधायकों का समर्थन होने का दावा किया। इस बीच रोहतक जिले की महम विधानसभा सीट के आजाद विधायक बलराज कुंडू ने राज्यसभा के लिए किसी भी उम्मीदवार को अभी समर्थन न करने का ट्वीट किया।
बलराज कुंडू ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के लिए उन्होंने अभी तक किसी को समर्थन नहीं दिया। मीडिया में चल रही समर्थन देने से जुड़ी खबरें पूरी तरह आधारहीन है। मतदान में कई दिन शेष हैं और वह सोच समझ कर जनभावना के मुताबिक ही निर्णय लेंगे।
गौरतलब है कि हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 40 और कांग्रेस के 31 MLA हैं। इसके अलावा जननायक जनता पार्टी (JJP) के 10, इनेलो व हलोपा का 1-1 और 7 निर्दलीय विधायक हैं।
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कार्तिकेय शर्मा ने JJP और निर्दलीय के समर्थन से भरा नामांकन
हरियाणा से राज्यसभा की दो सीटों के लिए भाजपा की ओर से कृष्ण लाल पंवार और कांग्रेस की ओर से अजय माकन ने नामांकन दाखिल किया। इसके अलावा पूर्व मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे। कार्तिकेय के अनुसार, उन्हें जजपा के दस विधायकों के अलावा निर्दलीय MLA का समर्थन प्राप्त है। इस बीच जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला भी कार्तिकेय को समर्थन देने की बात कह चुके हैं।
कुंडू सरकार से नाराज
महम के विधायक बलराज कुंडू भाजपा की टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे। वे चुनाव जीत गए। पहले वे सरकार के साथ थे, लेकिन कुछ मुद्दों पर उनकी सरकार के साथ अनबन हो गई। इसी के चलते उन पर आयकर विभाग की रेड भी पड़ी। सरकार से नाराज बलराज कुंडू कई मुद्दों पर विधानसभा में सरकार को घेर चुके हैं।
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