हरियाणा के पलवल में नगर परिषद के चुनाव को लेकर दिनों दिन माहौल गर्माता जा रहा है। चेयरमैन पद के लिए भाजपा और आप ने जहां पार्टी के चुनाव चिन्ह पर उम्मीदवार मैदान में उतारे है, वहीं कांग्रेस ने पंचायती उम्मीदवार को अपना समर्थन दिया है। विधायक से लेकर पार्टियों के वरिष्ठ नेता मतदाताओं के दरवाजे पहुंच रहे हैं।
भाजपा प्रत्याशी की राह में ये कांटे
भाजपा के चेयरमैन पद के उम्मीदवार डॉ. यशपाल के चुनाव लड़ने के पहले दिन से विवाद शुरू हो गया, जब उन्होंने अपना गौत्र भारद्वाज व एससी कैटेगरी बताया। उनके समर्थन में पलवल के विधायक दीपक मंगला डोर-टू-डोर प्रचार में तो जुटे, लेकिन पिछले तीन दिन से चंडीगढ़ में है। वहीं भाजपा विधायक को जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले पूर्व विधायक सुभाष चौधरी भी डॉ. यशपाल के प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं। इसके अलावा भाजपा से टिकट मांग रहे पूर्व नप चेयरमैन नेत्रपाल तंवर भी आजाद उम्मीदवार के रुप में मैदान में उतर चुके है। जिसके चलते भाजपा प्रत्याशी की राह में अड़चनें आ रही है।
कांग्रेसी प्रचार में उतरे
कांग्रेस समर्थित वीर वाल्मीकि के समर्थन में पृथला से पूर्व विधायक रघुवीर सिंह तेवतिया, को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व चेयरमैन प्रेम दलाल प्रचार में उतरे हैं। रघुवीर सिंह तेवतिया ने कहा कि उनके चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। वहीं, पूर्व मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता करन सिंह दलाल व उनकी टीम वीर वाल्मीकि के समर्थन में है।
आप छोड़ इनेलो से ली टिकट
जबकि आम आदमी पार्टी की चेयरमैन पद की उम्मीदवार डॉ. नवीन रोहिल्ला चुनाव मैदान में है। आप पार्टी से चेयरमैन पद की टिकट मांग रहे करण डागर ने टिकट न मिलने पर पार्टी से अलविदा कहते हुए इनेलो का दामन थाम लिया और इनेलो की टिकट पर नप चेयरमैन के चुनाव मैदान उतर पड़े है।
12 को बुलाया सम्मेलन
नप का चुनाव ज्यों-ज्यों नजदीक आ रहा है अब चेयरमैन पद के उम्मीदवारों की अपनी-अपनी पार्टियों के स्टार प्रचारकों की ओर निगाहें टिकी हुई है। कांग्रेस पार्टी ने 12 जून को नप क्षेत्र का सम्मेलन बुलाया है। जिसमें कांग्रेस पंचायती उम्मीदवार वीर वाल्मीकि के समर्थन में अपनी एकजुटता दिखाएगी। कांग्रेस के इस सम्मेलन में पूर्व विधायकों के अलावा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सहित सैकडों छोटे-बड़े नेताओं के आने की उम्मीद है।