नरेश कुमार ने अप्रैल 2022 में दिल्ली के मुख्य सचिव बने। इसके 40 दिन बाद हेमंत कुमार ने साउथ वेस्ट जिले में डीएम का पद संभाला। उन्होंने जमीन का मुआवजा 41.50 करोड़ से बढ़ाकर 353 करोड़ रुपए करने का आदेश दे दिया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिली है। आरोप है कि नरेश कुमार ने द्वारका एक्सप्रेसवे के लिए 19 एकड़ भूमि अधिग्रहण सौदे में हेरफेर किया है, जिससे एक कंपनी को 315 करोड़ रुपए का फायदा हुआ।
इस कंपनी में नरेश कुमार का बेटा करन चौहान काम करता है। सीएम केजरीवाल ने मामले की जांच विजिलेंस मंत्री आतिशी को सौंप दी है।
41 करोड़ की जमीन 353 करोड़ में बेचने का आरोप
नरेश कुमार ने अप्रैल 2022 में दिल्ली के मुख्य सचिव बने। इसके 40 दिन बाद हेमंत कुमार ने साउथ वेस्ट जिले में डीएम का पद संभाला। उन्होंने द्वारका एक्सप्रेसवे के लिए 19 एकड़ भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजा 41.50 करोड़ से बढ़ाकर 353 करोड़ रुपए करने का आदेश दे दिया।
इससे पहले तीन जिलाधिकारियों ने इस जमीन का मुआवजा बढ़ाने से इनकार कर दिया था। साल 2018 में दक्षिण पश्चिम दिल्ली के बमनोली गांव में 19 एकड़ के भूखंड का अधिग्रहण करने के लिए 41.50 करोड़ मुआवजा तय हुआ। साल 2018 में मुआवजे की रकम कुल 41.52 करोड़ रुपए तय हुई, लेकिन मई 2023 में साउथ वेस्ट दिल्ली के तत्कालीन डीएम हेमंत कुमार ने मुआवजे की रकम बढ़ाकर 353 करोड़ कर दी, जो पहले तय हुए मुआवजे का करीब 9 गुना था।
मुआवजे की रकम बढ़ाने के पीछे डीएम हेमंत कुमार ने तर्क दिया- इस जमीन को पहले कृषि भूमि बता दिया गया था, जबकि यह रिहायशी भूमि है। जमीन की कीमत भी उसी हिसाब से मिलनी चाहिए। उधर, जब नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने इसे ऑडिट कराया तो पता चला कि 1 किलोमीटर सड़क बनाने में लागत करीब 18 करोड़ रुपए की मंजूरी मिली। बाद में एक किलोमीटर सड़क बनाने पर लागत 251 करोड़ रुपए आने लगी।
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इस मामले पर रिएक्शन दिया है। उन्होंने एक्स (जो पहले ट्विटर था) पर लिखा- पिछले साल याचिका समिति ने नरेश कुमार पर बेहद गंभीर सवाल उठाए थे, और अब ये।
AAP विधायक संजीव झा ने एक्स पर लिखा- मैं दावे से कह सकता हूं कि इसको कोई एजेंसी जांच नहीं करेगी, बल्कि तोहफे में चीफ सेक्रेटरी का कार्यकाल बढ़ाया जाएगा।दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने भी इस मामले को बहुत चौंकाने वाला बताया है.>