नगर निगम अधिकारियों ने इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने में ऐसे गड़बड़ी कर दी कि वह खुद उसमें फंस गए। पहले टाइल्स लगाने के लिए टेंडर निकाल काम शुरू करा दिया।
जब मेयर जांच के लिए पहुंची तो उन्हें हाईकोर्ट का स्टे बताकर बात को रफा-दफा करने की कोशिश की। मेयर ने हाईकाेर्ट के स्टे की काॅपी मांगी, लेकिन अधिकारी आज तक स्टे की काॅपी नहीं दिखा सके। आखिर मेयर ने दोनों अधिकारियों व ठेकेदार पर कार्रवाई करने व जो रेवन्यू की हानि हुई, उसकी पूर्ति करने के लिए कमिश्नर को लेटर लिखा। सिटी की दशमेश मार्केट में कस्टोडियन की जमीन खाली पड़ी है। मिट्टी पर गटका डलवाने के बाद यहां इंटरलॉकिंग टाइल्स लगवाकर पार्किंग बना दी गई। नगर निगम ने फिर से पार्किंग पर इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने का टेंडर 11 अक्टूबर 2021 को आमंत्रित किया था। टेंडर आमंत्रित करने के बाद इसे अलाॅट नहीं किया गया। 23 फरवरी 2022 को इस टेंडर को निगम से प्रशासकीय अनुमति मिली। फिर भी इस पर काम 6 माह के बाद अगस्त में शुरू हुआ।
टाइल्स उखाड़ ले गया ठेकेदार, लोगों ने खुद मिट्टी डाली
अगस्त में जब काम शुरू हुआ तो वहां एसोसिएशन ने जो टाइल्स लगाई थी, उसे ठेकेदार ने उखाड़ा व 6-7 ट्राॅलियों में भरकर ले गया।
इसके बाद वहां पर टाइल्स लगाने का काम 20 दिन तक शुरू नहीं हुआ तो एसोसिएशन ने मेयर से शिकायत की।
इसके बाद मेयर 14 सितंबर को खुद जांच के लिए मौके पर पहुंची थी। दुकानदारों ने मेयर को बताया था कि जमीन का लेवल ठीक करने के लिए उन्हाेंने खुद मिट्टी डाली ताकि कारें खड़ी हो सकें।
तक निगम अधिकारियों को मेयर ने मौके पर बुलाया तो उन्होंने कहा कि जमीन पर स्टे लगा है।
मेयर कुछ दिन तक अधिकारियों से जमीन पर लगे स्टे की फाइल का इंतजार करती रही, लेकिन फाइल नहीं मिली ताे वे खुद इंजीनियरिंग ब्रांच पहुंच गईं।
वहां से उन्हें जवाब मिला कि स्टे की फाइल गुम हो गई है। जब मिलेगी दिखा देंगे। मेयर को अधिकारियों की गड़बड़ी पर शक हुआ तो उन्होंने कमिश्नर को आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा।
^ दशमेश मार्केट में इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने के लिए निगम अधिकारियों ने पहले टेंडर निकाल दिया। मौके पर लगी टाइल्स को उखाड़कर ठेकेदार ले गया। जब मौके पर जांच के लिए गई तो अधिकारियों ने स्टे बताया। आज तक जमीन पर लगे स्टे की फाइल नहीं दिखा सके। इसमें पूरी तरह से गड़बड़ की गई।
शक्ति रानी शर्मा, मेयर, नगर निगम।