ग्रामीणों और पुलिस में हुई झड़प का फाइल फोटो।
हरियाणा के जीन्द में भिवानी रोड पर स्थित सीआईए-2 पुलिस थाने में करीब 4 महीने पहले उचाना के गांव सफा खेड़ी के ग्रामीणों के साथ की गई मारपीट के मामले पुलिस ने 9 पुलिस कर्मचारियों को नामजद कर 20-25 अन्य के खिलाफ केस हुआ है। पुलिस ने इस मामले को छिपाए रखा। पीड़ित परिवार ने इसको लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। अब पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर परिजनों को FIR की कॉपी दी है। खुलासा हुआ कि केस 1 दिसम्बर 2022 को ही दर्ज हो चुका है। लेकिन इसे सामने नहीं आने दिया गया था।
बता दें कि 17 अगस्त को जींद आरटीए की गाड़ी में GPS मिलने के मामले में गांव सफा खेड़ी निवासी अमन को कुछ लोग घर से बुलाकर ले गए थे। उसके बाद कई दिनों तक अमन का कुछ पता नही चला तो परिजनों ने गुमशुदगी का केस दर्ज करवाया था। जब वह नहीं मिला तो परिजनों ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी। इसके बाद परिजनों को पता लगा था कि अमन को भिवानी रोड स्थित सीआईए-2 ने पकड़ा हुआ है।
इसके बाद काफ़ी संख्या में गांव के लोग, परिजन सीआईए-2 थाना पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस और परिजनों में झड़प हो गई थी। पुलिस ने कुछ लोगों को पकड़कर अगले दिन कोर्ट में पेश किया था। परिजनों ने आरटीआई लगाकर थाने की सीसीटीवी फुटेज मांगी थी। इसमें पुलिस ने सीसीटीवी नहीं लगे होने की बात कही थी।
इसके बाद परिजनों ने कोर्ट में इस्तगासा दायर किया। कोर्ट ने पुलिस को केस दर्ज कर जांच के आदेश दिए थे। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर पीएसआई आशीष कुमार, अमित कुमार, बलवान एसआई, विनोद, विनोद कुमार, संदीप, दिनेश कुमार, हरिओम, मनीष, ओमप्रकाश सहित 20-25 अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। सफा खेड़ी निवासी भानवती की शिकायत पर पुलिस ने ये केस दर्ज किया था।
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