एस• के • मित्तल
सफीदों, कलीराम डीएवी पब्लिक स्कूल सफीदों के प्रांगण में 31अगस्त 2022 , बुधवार को “जल बचाओ पर्यावरण बचाओ” अभियान के अंतर्गत बच्चों को पंजाबी नुक्कड़ नाटक थरस्टी क्रो दिखाया गया। यह कार्यक्रम सफीदों के एसडीएम सत्यवान सिंह मान की अध्यक्षता में आयोजित किया गया जिस के मुख्य अतिथि सरदार गुरविंदर सिंह धमीजा हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी (हरियाणा सरकार) रहे।
प्रकृति की रक्षा से प्रेरित इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय निर्देशक जींद जोन डॉक्टर धर्मदेव विद्यार्थी विशिष्ट अतिथि रहे। कार्यक्रम के अध्यक्ष एसडीएम सत्यवान सिंह मान जी ने कार्यक्रम को सराहनीय व प्रशंसनीय बताते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम स्कूलों में आयोजित करवाने चाहिए जो बच्चों को प्रकृति की रक्षा के प्रति जागरूक करते हैं ।उन्होंनें पर्यावरण प्रदूषण के नुकसान और उनसे बचाव के लिए जागरूक किया। जल संरक्षण, पेड़ लगाने, वाहनों की देखभाल की अनिवार्यता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जीवन में हर व्यक्ति एक पेड़ अवश्य लगाकर उसकी सुरक्षा का जिम्मा लें। उन्होंने बच्चों को संदेश दिया कि बच्चे अपने आस-पड़ोस एवं परिवार को पानी के सही इस्तेमाल करने के लिए जागरूक करें ताकि आने वाली पीढ़ी को जल संकट का सामना ना करना पड़े। प्राचार्य रश्मि विद्यार्थी ने कहा कि जल ही जीवन है। शरीर की रक्षा के लिए, कृषि के लिए, प्राणी मात्र की प्यास बुझाने के लिए जल की अत्यंत आवश्यकता होती है। पानी का महत्व एक प्यासा ही जान सकता है। आज के समय में दिन प्रतिदिन जल का संकट बढ़ता ही जा रहा है। बड़े-बड़े शहरों में तो पीने के पानी की समस्या बहुत विकट रूप धारण करती जा रही है। इसलिए हम सब की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि हम समाज को जल की बचत करना सिखाए। बचा लो, मुझको नहीं तो खुद को जो जल को बचाएगा समझदार कहलाएगा। जल को बचाना है, नई पीढ़ी को मुंह दिखाना है। प्राचार्या महोदया ने वर्षा के शुद्ध जल का संरक्षण करने के लिए भी प्रेरित करते हुए कहा कि हम जल बचाएंगे तो भविष्य सुरक्षित कर पाएंगे। हमें जल संरक्षण के साथ-साथ जल को प्रदूषित होने से बचाना चाहिए ।
क्षेत्रीय निदेशक डॉ धर्मदेव विद्यार्थी ने कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि जल जैसी भीषण समस्या के प्रति समाज को जागरूक करने के लिए विद्यालय में इस प्रकार के कार्यक्रम सराहनीय है। बच्चों में समाज सेवा, मानव सेवा एवं राष्ट्र सेवा का जज्बा भरने के लिए समय-समय पर इस प्रकार के कार्यक्रम होते रहने चाहिए। सभी बच्चों वअध्यापकों ने इस कार्यक्रम में बढ़ -चढ़कर भाग लिया।