देवास को जोड़ने वाले सभी मार्गों के जर्जर हालात से ग्रामीण परेशान हैं। लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, परंतु प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि शीघ्र ही प्रशासन ने उनकी समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया ताे वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।
ग्रामीण विनोद कुमार, गबदू, रगबीर, राजबीर, रामौतार, सतबीर, मनोज कुमार, कर्मवीर, दलीप, नरेश, धर्मपाल, सुधीर, रमेश कुमार ने बताया कि गांव देवास से कोथल जो वर्ष 2019 में बना था, देवास से मोदाश्राम महेंद्रगढ़ जो 2009 में बना था, देवास से मेघनवास चौक जो 2006 में बना था, देवास से भांडोर ऊंची जाने वाली सड़क 2007 में बना थी, ये सभी मार्गों के हालात काफी खराब हो चुके हैं।
कहने को तो यह गांव पूर्व शिक्षामंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा की ससुराल है, परंतु यह सुविधाओं के मामले में काफी पीछे जा रहा है। इस गांव को जोड़ने वाले करीब सभी मार्गों के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। जिस पर संबंधित विभाग व प्रशासन कोई संज्ञान नहीं ले रहा है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा देवास से भांडोर रोड पर नहर के ऊपर बनाए गए पुलिया की हाइट ज्यादा होने के कारण इस पर यातायात के साधनों के आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिस ओर भी संबंधित विभाग के अधिकारियों को ध्यान देने की आवश्यकता है।
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