हरियाणा के गूंगा पहलवान ने डेफ खिलाड़ियों को दी गई इनामी राशि को लेकर अब खेल मंत्री संदीप सिंह पर भी तंज कसा है।
गूंगा पहलवान ने ट्वीट किया कि माननीय खेलमंत्री जी 6 करोड़ तो हमारे एक गोल्ड मेडलिस्ट को मिलने चाहिए थे, आपने सभी खिलाड़ियों को इसमें निपटा दिया। शायद इसलिए कि हम सुन बोल नहीं सकते, केंद्र में पैरा के समान अधिकार और राज्य में 5वां हिस्सा? माननीय मुख्यमंत्री जी।
गूंगा पहलवान ने विभाग के अधिकारियों को भी ट्वीट करते हुए लिखा कि सर जी, भगवान सब देख रहा, हम तो बोल सुन नहीं सकते, मर्जी हरियाणा सरकार की, आप सभी अधिकारियों की, फिर भी मेरा आपको हाथ जोड़कर धन्यवाद।
मंगलवार को ट्वीट करके जताई थी नाराजगी
हरियाणा सरकार ने गूंगा पहलवान को 5वें डेफ ओलिंपिक में कांस्य मेडल जीतने पर 40 लाख रुपए की राशि इनाम में दी, परंतु वीरेंद्र ने ट्वीट किया कि मैं हरियाणा सरकार के काले कानूनों की कड़ी निंदा करता हूं, जिन्होंने मुझे 5वां डेफ ओलिंपिक जीतने पर पैरा ओलिंपिक का 5वां हिस्सा दिया। यह पैसा अपने बापू को समर्पित करता हूं। जो भी अंगूठे में स्याही के निशान हैं, सभी को हटा दें, मेरा शौक गाड़ी और मकान नहीं, देश के लिए खेलना है।
सोमवार को किया था सम्मानित
हरियाणा सरकार ने सोमवार को पंचकूला में डेफ खिलाड़ी रोहित भाकर, महेश, दीक्षा डागर और सुमित दहिया को क्रमश बैडमिंटन, गोल्फ और कुश्ती में स्वर्ण पदक जीतने के लिए 1.20-1.20 करोड़ रुपए के चेक भेंट किए। मुख्यमंत्री ने कुश्ती में कांस्य पदक जीतने वाले अमित और वीरेंद्र सिंह को 40-40 लाख रुपए का चेक दिया। प्रियंका, बलराम, योगेश डागर, निर्चिरा, अजय कुमार, कुलदीप शर्मा, आसिफ खान, अमन और शुभम वशिष्ठ को 2.5-2.5 लाख रुपए के चेक दिए।