PWD विभाग के JE दीपक की मौत हत्या या आत्महत्या, शुक्रवार को दिन भर इसी बात पर चर्चा होती रही। हर कोई यह जानना चाह रहा है कि आखिर मौत की वजह क्या है? क्योंकि ऐसा कोई कारण नजर नहीं आ रहा, जिससे दीपक आत्महत्या जैसा कदम उठाए। ग्रामीणों का आरोप है कि दीपक की हत्या कर शव नहर में डाला गया है। गांव के लोग अब पुलिस की कार्यप्रणाली से खफा होना शुरू हो गए हैं। इस वजह से अब पुलिस के लिए भी परेशानी बढ़ना शुरू हो रही है।
पुलिस भी अब मामले को लेकर तेजी दिखा रही है। फिर भी जांच टीम की लाख कोशिशों के बाद भी अभी तक एक करोड़ दस लाख रुपए का रहस्य सुलझ नहीं पाया है। बताया जा रहा है कि यह राशि दीपक चंडीगढ़ से लेकर आ रहा था। रकम गांव के ही भाजपा नेता की थी। दीपक की मौत को इस पैसे से जोड़ कर देखा जा रहा है। पुलिस भी अब रकम में ही मौत का सुराग जुटाने की जुगत में हैं।
रात को पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद भारी पुलिस बल।
ग्रामीण भाजपा नेता को माने रहे दीपक की मौत की वजह
ग्रामीणों ने बताया कि चार दिन पहले गांव के ही एक भाजपा नेता की ऑडियों पुलिस को सुनवाई थी। इसमें यह भाजपा नेता दावा कर रहा है कि दीपक उसके एक करोड़ दस लाख रुपए चंडीगढ़ से लेकर आ रहा है। उसने यह भी बताया कि उसकी सरकार में अच्छी खासी पकड़ है। हालांकि गांव वालों के दबाव के बाद पुलिस ने भाजपा नेता व उसके भाई को हिरासत में लिया है, लेकिन इससे दीपक के परिवार और रिश्तेदार संतुष्ट नहीं है।
पहले दिन दीपक गायब हुआ कार मिली अगले दिन
यह भी सवाल उठ रहा है कि दीपक के गायब होने के अगले दिन उसकी कार नहर किनारे मिली थी। कार का एक शीश टूटा हुआ था, इसके साथ ही इस कार में कुछ रुपए भी बिखरे हुए थे। पीड़ित परिवार का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि एक करोड दस लाख रुपए के लिए दीपक की हत्या कर दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि दीपक की कार का पीछा भी किया जा रहा था। यह सारे हालात इशारा करते हैं कि दीपक की हत्या हुई है।
रात को पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद मृतक के परिजन।
मोबइल कहा है? यह भी अभी स्पष्ट नहीं है
क्योंकि अभी सारी बातें ही है, अभी तक इन बातों का कोई पुख्ता सबूत नहीं है। दीपक के फोन का भी अभी तक पता नहीं चला है। पुलिस की जांच टीम ने भी इस बाबत कुछ नहीं बताया है। माना जा रहा है कि इस फोन से भी वारदात की गुत्थी सुलझ सकती है। दीपक ने कब कब और कहां कहां किसे फोन किए? कितने बजे फोन बंद हुआ। फोन बंद हुआ या किया गया। ऐसी कई बातें फोन से पता चल सकती है।
हंगामा कर सकते हैं ग्रामीण
इधर दीपक का शव मिलने के बाद गांव में गुस्सा व तनाव बढ़ गया है। इस वजह से आज ग्रामीण हंगामा कर सकते हैं। हालांकि गांव के लोग कई दिनों से पुलिस को चेतावनी दे रहे हैं, लेकिन SP हर बार ग्रामीणों को समझा कर उन्हें शांत कर देते थे। इस बार स्थिति दूसरी है। गांव वालों का विश्वास पुलिस की कार्यप्रणाली से टूटता नजर आ रहा है।
शव को कब्जे में लेती पुलिस।
जांच जारी है SP
SP गंगाराम पुनिया ने बताया कि मामले की जांच जारी है। पुलिस के पास कुछ सबूत है, उन्हें वेरीफाई किया जा रहा है। यह पुख्ता तौर पर नहीं बोला जा सकता कि दीपक एक करोड़ दस लाख रुपए चंडीगढ़ से लेकर आया था। फिर भी पुलिस की जांच हर एंगल पर की जा रही है। जल्दी ही मामले को सुलझा लिया जाएगा।