- कुछ माह पहले शाहाबाद विधायक के करीबियों ने गांव गनौली में किया है 22 एकड़ जमीन का सौदा
गांव गनोली में एक प्रॉपर्टी डीलर ने दूसरे प्रॉपर्टी डीलर पर गोलियां चला दी। इसमें गांव हाफिजपुर निवासी प्रॉपर्टी डीलर मुस्तकीम की मौत हो गई। वही उसका भाई इकबाल घायल हो गया। इकबाल को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया है। माना जा रहा है कि जमीन विवाद के चलते उनमें झगड़ा हुआ।
झगड़े में एक ने दूसरे डीलर को गोली मार दी। बताया जा रहा है जिस जमीन को लेकर विवाद हुआ है उस जमीन को शाहाबाद विधायक रामकरण उर्फ काला के करीबियों ने मिलकर खरीदा है। इस जमीन में उनके बेटे कंवरपाल को भी हिस्सेदार बताया। कंवरपाल का कहना है कि उनका इस सौदे में कोई रोल नहीं है। न ही उनका जमीन में हिस्सा है। घटना के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है। उधर विधायक का कहना है कि जमीन का सौदा चल रहा है, रजिस्ट्री बाकी है। झगड़ा दो डीलर्स के बीच हुआ है, लेकिन अभी तक उन्हें इस घटना की पूरी जानकारी नहीं है।
उधर मृतक के परिवार के लोगों ने भी कहा कि जिस जमीन पर विवाद हुआ उसे विधायक के करीबियों ने कुछ समय पहले खरीदा है। छछरौली थाना प्रभारी लज्जाराम ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में तिमहो निवासी जरनैल और गुरविंदर पर केस दर्ज कर लिया है। इस जमीन का सौदा कराने में गोली चलाने के आरोपी जरनैल सिंह और मृतक मुस्तकीम का अहम रोल था। जमीन खरीदने वालों ने इस जमीन की देखरेख का जिम्मा गांव तिमहो निवासी जरनैल सिंह को देने की बजाय मुस्तकीम को दे दिया। इसी जरनैल खार खाने लगा। गांव गनौली में जिस जमीन पर गोलियां चली, उसका कुछ समय पहले ही शाहाबाद एरिया के कुछ लोगों ने मिलकर सौदा किया था। कब्जा भी ले लिया था। यह करीब 22 एकड जमीन है। इस पर गन्ना और पॉपुलर के पेड़ खड़े हैं। बुधवार को गन्ने की कटाई की जा रही थी। इकबाल ने बताया कि शाम के समय वह और उसका भाई लेबर से गन्ना लोड करा रहे थे। तभी वहां बाइक पर दो लोग आए और आते ही उन्होंने गोलियां चलानी शुरू कर दी। डर के मारे वह वहां से भाग गया, लेकिन इसी बीच गोली उसकी बाजू में लगी। इसके बाद वह गन्ने के खेत में जाकर छिप गया।
वहीं आरोपियों ने उसके भाई मुस्तकीम की छाती में गोली मारी। जिससे उसके भाई की मौके पर मौत हो गई। विधायक के बेटे कंवरपाल का कहना है कि उक्त जमीन से उनका कोई लेना देना नहीं है। यह कहना गलत है कि इस जमीन में उसका कोई हिस्सा है। यह जमीन उनके एक करीबी ने खरीदी है। राजनीति के चलते इसमें उनका नाम घसीटा जा रहा है। दूसरे अभी तक तो उनके करीबी ने भी इस पर कब्जा नहीं लिया है। झगड़े के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं। न ही यह पता कि मारने व मरने वाले कौन लोग हैं। उधर विधायक रामकरण काला का कहना है कि उक्त जमीन में उनका हिस्सा नहीं है। जमीन उनके एक जानकार ने खरीदी है। वहीं अभी तक यह जमीन उसकी भी नहीं हुई है। अभी तक महज बयाना हुआ है। रजिस्ट्री के बाद ही जमीन उसकी हो सकती है। उन्हें यही पता चला है कि जमीन पर प्रापर्टी डीलर के बीच झगड़ा हुआ। इस दौरान एक ने दूसरे को गोली मारी, लेकिन यह नहीं पता चला कि झगड़ा क्यों हुआ। जमीन को लेकर भी कोई विवाद नहीं सुनने को मिला।
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