लखनऊ7 घंटे पहलेलेखक: ज्ञानेंद्र कुमार शुक्ला
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17 साल बाद 19 लोगों की हत्या की गुत्थी सुलझने की बजाय और उलझ गई है। देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी की तफ्तीश का गुब्बारा अदालती सवालों की नोंक छूते ही फुस्स हो गया। दरअसल, यूपी के बहुचर्चित निठारी कांड में सोमवार को आए इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले से मुख्य आरोपी सुरेंद्र कोली फांसी के फंदे से बच निकला है। मगर, यह सवाल हर खास-ओ-आम को मथने लगा है कि जिन 19 बच्चों-युवतियों के क्षत-विक्षत शव मिले उनका कातिल आखिर कौन था?
सवाल तो यह भी हैं कि आखिर CBI ने सबूतों को जुटाने से लेकर
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