एस• के• मित्तल
सफीदों, बाल किशोरों के मानसिक व भावनात्मक स्वास्थ्य के मद्देनजर हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्य स्तरीय परियोजना बाल सलाह परामर्श व कल्याण केद्रों की स्थापना के अंतर्गत उपमंडल सफीदों के गांव बांगडू कला स्थित नेशनल स्कूल में अध्यनरत विद्यार्थियों हेतु सफलता की राह में आने वाली बाधाओं और उनके प्रभावी समाधान विषय पर मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंचे मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी रोहतक एवं राज्य नोडल अधिकारी, अनिल मलिक ने संबोधित करते हुए कहा कि अंतर्मन सच का आईना होता है।
सफीदों, बाल किशोरों के मानसिक व भावनात्मक स्वास्थ्य के मद्देनजर हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्य स्तरीय परियोजना बाल सलाह परामर्श व कल्याण केद्रों की स्थापना के अंतर्गत उपमंडल सफीदों के गांव बांगडू कला स्थित नेशनल स्कूल में अध्यनरत विद्यार्थियों हेतु सफलता की राह में आने वाली बाधाओं और उनके प्रभावी समाधान विषय पर मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंचे मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी रोहतक एवं राज्य नोडल अधिकारी, अनिल मलिक ने संबोधित करते हुए कहा कि अंतर्मन सच का आईना होता है।
सही से देखकर, समझकर, अंदरुनी कुदरती शक्तियों पर ध्यान केंद्रित करके सही अवलोकन व ध्यान केंद्रित करके गलतियों को सुधारने का खुद से एक अवसर प्रदान करता है। कमजोरी को जानकर ताकत को बढ़ाकर जीवन को कामयाबी के रास्ते चलने के लिए आत्म प्रेरित करता है बशर्ते हम खुद से न्याय करें और ईमानदारीपूर्वक स्वयं से बातचीत करते रहे। किशोर छात्र जीवन एक तरह से मायावी होता है जिसमें रोमांस, संघर्ष, द्वंद, आकर्षण, घर्षण, विभिन्न तरह की चुनौतियां तो मिलती ही है और शारीरिक परिवर्तन, मन की चंचलता, नया जोश, उमंग, ऊर्जा, उत्साह, उत्तेजना, कुछ नया कर गुजरने की चाह होती है लेकिन क्या और कैसे इस तरह के बहुत से सवालों के समाधान हेतु उचित मनोवैज्ञानिक परामर्श की आवश्यकता रहती है।
किशोरावस्था में धैर्यशीलता व एकाग्रता का अपना महत्व होता है, जिसे विकसित करने की जरूरत है। यदि वाकई में अपना जीवन बदलना चाहते हैं तो अपने शब्दों को बदलकर शुरुआत करें। अपने सपनों की शब्दावली को सही से समझे कि आप हैं कौन, आप क्या बनना चाहते हैं, जो सोच रहे हैं ऐसा क्यों बनना चाहते हैं, जाने की यह कैसे संभव होगा। आत्मविश्वास जगाएं, बोलना शुरू करें, सोचते रहे, व्यावहारिक रूप प्रदान करें। सपनों की ऊर्जा को समझें उन्हें लक्ष्य में बदलें, सफलता की राह में आने वाली बाधाओ का सामना करने की तैयारी शुरू करें। सफलता के पायदान है सुनना, समझना, सही निर्णय लेना, जीवन लक्ष्य निर्धारित करना। भविष्य जीवन की कामयाबी हेतु लक्ष्य निर्धारित करके काम शुरू करें, करते रहे अभ्यास जारी रखें, जब तक मंजिल हासिल ना कर लें। सफलता का खुला दरवाजा आपका इंतजार कर रहा होगा, बस टिके रहे और विश्वास न डगमगाने दे।
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